आंटी जी कहती हैं...ओए पुत्तर तेरी गल सुनकर तो मुझे हंसी भी आ रही हैं मेरा मन तुझे एक झप्पी देने का भी कर रहा हैI क्या हो गया पुत्तर? तेरा दिल खो गया क्या? इश्क़ में तो खुदा भी मिल जाता है मेरे भाई...चल पहले तेरे दिल का इलाज ढूंढते हैंI
दिल टूटा है?
सब्तों पहलां तो ये दस् कि क्या पहले तेरा कोई रिश्ता रहा है? क्या यह इस वजह से तो नहीं कि वो रिश्ता टूट गया? बेटा मैं समझ सकती हूँ कि जब कोई रिश्ता टूटता है तो हमें लगने लगता है कि यह प्यार-व्यार हमारे लिए नहीं हैI ऐसा हो सकता है, क्या तेरा साथ भी ऐसा ही कुछ हुआ है?
अब ब्रेक-अप किसे अच्छा लगता है भला? मेरा विश्वास कर पुत्तर, किसी को नहींI हम सभी अपनी ज़िन्दगी में ऐसे रिश्तों से रह चुके हैं जो हमें लगता था कि ज़िन्दगी भर के लिए हैI लेकिन ज़रूरी तो नहीं कि हर रिश्ता ज़िन्दगी भर के लिए होI और बेटा इसके लिए इतना परेशान होने की भी ज़रुरत नहीं क्योंकि यह सबके साथ होता हैI वो एक पुराना डायलाग है ना "कभी प्यार नहीं करने से अच्छा है प्यार करके उसे खो देना"I तो बेटा जो हो गया सो गया, भूल जा पुरानी बातों कोI
अब आते हैं तेरे प्यार ढूंढने के मुद्दे परI बेटा मैनु एक गल दस्, तू कोई शेरलॉक होम्स है? असल में तू ढूंढ क्या रहा है?
प्यार की तलाश
एक बात का ध्यान रखना नवराजI कहीं ऐसा तो नहीं कि तू अपनी उम्मीदें ज़रुरत से ज़्यादा ऊपर रख रहा है? परफेक्ट रिश्ता नाम की कोई चीज़ नहीं होतीI हर रिश्ते में परेशानियां होती हैंI मुझे पता है कि कई लोग कहते हैं कि उनकी अपने साथी से कभी लड़ाई नहीं होती लेकिन उसमे कुछ सच नहीं होता पुत्तर, रत्ती भर भी नहींI
अपने आप से इतना संतुष्ट ना रहI बाहर निकल और उन लोगों से मिलने की कोशिश कर जो तुझे अच्छे लगते हैंI उनसे बात कर, उनके साथ समय बिता और उन्हें अपने मन की बात बताI तू उनकी बातों से सहमति या असहमति रख सकता है लेकिन इसका यह मतलब नहीं कि वो तुझसे और तू उनसे प्यार नहीं कर सकताI और यही सच्चा प्यार होता है, जब आप किसी के सामने जैसे चाहो वैसे रह सको लेकिन फिर भी वो आपसे प्यार करेंI
दूसरो को समझने की कोशिश करो और दूसरो को भी खुद को समझने का मौका दोI
हमेशा सीखने और बातचीत करने के लिए तैयार रहोI अपने आपको और बेहतर इंसान बनने का मौका दो, जो तेरे और तेरे साथी दोनों के लिए अच्छा होगा I प्यार को ढूंढो मत, उसे खुद-ब-खुद हो जाने दो! अपने आप पर इतना कठोर ना बनोI
पूरी ज़िन्दगी पड़ी है
बेटा अभी इतनी देर नहीं हुई है कि तुझे अकेले ज़िन्दगी बिताने की चिंता सताने लगी हैI तुझे ऐसा इसलिए लग रहा है क्योंकि अभी तेरा मन अशांत और बेचैन हैI ऐसे ख्याल आना तेरी उम्र के लोगों के लिए बिलकुल सामान्य हैI जब तू नए लोगों से मिलता है तो तेरे मन में क्या चल रहा होता है? एक सोच तो यह हो सकती है कि यह सब समय और पैसे के बर्बादी हैI दूसरी ओर तू यह सोच रख सकता है कि किसी व्यक्ति के तेरी ज़िन्दगी में आने से तेरी ज़िन्दगी बेहतर और सकरात्मक हो सकती हैI
अब अगर तुझे यह भी लगता है यह सब समय और पैसे की बर्बादी है तो फ़िर थोड़े दिन के लिए बंद करदे यह सबI कम से कम यह सोच कर मत मिल कि अभी नहीं तो कभी नहीं क्योंकि सच्चे प्यार को मिलने में बहुत वक़्त लगता है, कभी-कभी पूरी की पूरी ज़िन्दगीI तो प्यार की चिंता मत कर, तू बस लोगों से मिल, फ़्लर्ट कर और मज़े कर, प्यार होना होगा तो हो जाएगा!
दोस्त या दुश्मन
और अब बचे तेरे दोस्तI अगर तुझे लग रहा है कि उनकी वजह से तुझे प्यार नहीं मिल रहा है तो क्या फायदा ऐसे दोस्तों का? क्या वो यह जानबूझकर कर रहे हैं? क्या तू उनकी वजह से निराश है? क्या वो तुझे नए लोगों से मिलने से मना करते हैं? नहीं ना? तो उन बेचारो को क्यों दोष दे रहा है? विश्वास कर अच्छे दोस्त मिलना भी बड़ा मुश्किल होता है, प्यार तो फिर भी हो जाता हैI चल अब आंटी जी को जाने दे और तू ज़रा खुश रहा करI इतनी से उम्र में इतना सोचने की ज़रुरत नहीं हैI
गोपनीयता बनाये रखने के लिए तस्वीर में एक मॉडल का इस्तेमाल किया गया हैI
क्या आप भी सही साथी की तलाश में चिंताग्रस्त हैं? नीचे टिपण्णी करें या हमसे फेसबुक पर संपर्क करें I अगर आपके मन में कोई सवाल हैं या दुविधाएं हैं तो हमारे फोरम जस्ट पूछो पर हमसे जुड़ेI