बिहार के एक छोटे से गांव की रहने वाली 12 साल की नैना का दो महीने से एसिडिटी और गैस का इलाज चल रहा था, जबकि मामला कुछ और था। गांव के किसी डॉक्टर ने सोचा भी नहीं होगा कि वह इतनी कम उम्र में प्रेगनेंट हो सकती है। स्थानीय एएनएम रानी ने लव मैटर्स इंडिया के साथ नैना की कहानी शेयर की।
भारत का संशोधित गर्भपात कानून भारत में महिलाओं को बिना शादी के अबॉरशन करवाने को रज़ामंदी दे दी है, लेकिन क्या यह बात हमारे देश में आज भी सब को पता है? खस्सकार उनको जो इस क्षेत्र में कार्य कर रहे हैं - जैसे की आशा दीदी, आंगनवाड़ी के कर्मचारी और अन्य लोग जो की सरकारी असपताल में हैं? आज भी जब कोई अनब्याही लड़की अबॉरशन करवाने आती है, तो उसको यह कह दिया जाता है की यह गैर कानूनी है। बिहार के एक छोटे से गांव की 18 साल के सोनम जब हाल ही में वहां अबॉरशन करवाने गयी तो यही हुआ उसके साथ भी। आईये यह कहानी पढ़ते हैं।
गांव में रहने वाली एक नाबालिग लड़की का उसके माता-पिता द्वारा बिना किसी डॉक्टर की देखरेख में जबरन गर्भपात करा दिया गया। अमूमन गांवों में रहने वाले लोगों को गर्भपात से जुड़ी जानकारी नहीं होती है। बिहार के ग्रामीण हिस्से में रहने वाली सरिता की उम्र 14 साल है, जिसे एक सरकारी अस्पताल में गर्भपात नहीं कराने दिया गया क्योंकि आशा दीदी का कहना था कि गर्भपात गैर-कानूनी प्रक्रिया है।
भारत में गर्भपात को लेकर असली जद्दोजेहद उसकी वैधता को लेकर नहीं है, बल्कि उसकी उपलब्धता को लेकर है। यहाँ चुनौती यह है कि महिलाओं को कैसे बताया जाए कि गर्भपात ना सिर्फ़ वैध है बल्कि यह बेहद सुरक्षित भी है।
प्यार के खेल में शरीर के कुछ अंग बेशुमार शारीरिक सुख का दरवाजा होते हैंI यदि अब तक आपका आनंद सिर्फ होठों, स्तनों और गुप्तांगों तक सीमित था तो आइये इस खोज को आगे बढ़ाते हैंI
रोल प्ले अपने सेक्स जीवन में नए रंग भरने का एक मज़ेदार तरीका है। ये आपको और आपके साथी को अपनी सेक्स कल्पनाओं को अनुभव कराकर एक दुसरे के नए पहलुओं को उजागर करता है।
2011 में की गयी जनगणना के अनुसार भारत में 1 करोड़ 20 लाख बच्चों की शादी उनके दसवें जन्मदिन से पहले हो गयी थी। इन 'नवविवाहितों' में 65 प्रतिशत संख्या लड़कियों की थी।
अकाल प्रसव के साथ कई गलत धारणाएं जुड़ी हुई हैं? इसके होने के क्या कारण होते हैं? इसे कैसे रोका जा सकता है? लव मैटर्स प्रस्तुत करता है इससे सम्बंधित पांच मुख्य तथ्य...
हिंसा हमेशा शारीरिक ही हो एसा जरुरी नहीँ है। कई बार रिश्तोँ मेँ शारीरिक हिंसा ना होते हुए भी प्रताड़ना होती है। नियंत्रण, द्वेष, अपमान आदि सभी प्रताड़ना के ही संकेत हैं। लव मैटर्स ऐसे हिंसात्मक रिश्ते को पहचानने मेँ आपकी मदद करेगा।
अगर सही इस्तेमाल किया जाये, तो शायद पॉर्न इतना नुकसानदायक नहीं है। लेकिन अगर आपको इसकी आदत है तो इसके कुछ बुरे प्रभाव अवश्य हो सकते हैं। लव मैटर्स के पास इस आदत से बचने के लिए कुछ सलाह है।
अपने सेक्स जीवन को चटपटा और रंगीन बनाने के लिए पॉर्न एक आसान और मज़ेदार तरीका हैI पर थोड़ी सी दिल्लगी बुरी आदत बन जाये तो? यह है 8 तरीके यह जानने के कही आप पॉर्न के आसक्त तो नहींI
अगर आप हिंदुस्तान में रहने वाली एक महिला है तो नारी-शोषण या छेड़छाड़ आपकी रोज़मर्रा ज़िंदगी का एक कड़वा सच है। परंतु इसका यह मतलब कतई नहीं है कि आप इसके ख़िलाफ़ कुछ नहीं कर सकती।