लव मैटर्स के पास आपके इस खास दिन को लाजवाब बनाने के लिए कुछ टिप्स है!
क्या करें
- साझेदारी से फैसले
साथ बैठ कर तय करें कि आप क्या और कैसे करना चाहते हैं। अपने साथी की राय भी ध्यान से सुने। चर्चा करें की आप शादी की समारोह छोटे स्तर पर करना चाहेंगे या फिर थाईलैंड जाकर डेस्टिनेशन वेडिंग और फिर उसके आधार पर निर्णय करिये कि इसकी तैयारी कैसे करनी है। - किसी की मदद लें
हम समझ सकते हैं कि इस खास दिन से जुडी हर चीज़ आप खुद अपने हिसाब से करना चाहते हैं लेकिन इस सब को अपने सर लेने से अच्छा है कि आप कुछ ज़िम्मेदारी किसी और को सौंप दें, जिस पर आपको भरोसा हो- जैसे कि आपकी माँ या भाई या फिर वेडिंग प्लानर। - शादी के दिन के लिए समय-सारणी सुनियोजित करें
बेवजह की भागदौड़ और तनाव से बचने के लिए अपने विवाह वाले दिन की समय सरणी पहले से नियोजित कर लें ।आपके ब्यूटी पारलर जाने का समय, मेहँदी का समय, कैटरिंग वाले सइ बातचीत इत्यादि। ये सभी तैयारियां समय से करने से आप बिना तनाव के इस खास दिन का लुत्फ़ उठा सकेंगे। - अपने साथी से संपर्क में रहें
इस सारी भागदौड़ में ये संभव है आप अपने होने वाले हमसफ़र से बात करना भूल जाएं। इसलिए ऐसा होने से रोकने के लिए अपने साथी से बातचीत करने का समय अवश्य निकालें।
क्या नहीं करें
- जल्दबाज़ी
सगाई के बाद शादी करने की कोई निश्चित समय सीमा नहीं है। यदि आप और आपका साथी अभी इसके लिए तैयार नहीं है, जिस भी वजह से जैसे कि पैसा या कैरियर या कोई और व्यक्तिगत या पारिवारिक, तो अपको जल्दबाज़ी करने की कोई ज़रूरत नहीं है। शादी आपके जीवन का एक यादगार दिन होता है, इस दिन को लेकर कोई समझौता न करें। - किसी और को पूरा निंयत्रण न दें
भारतीय परिवेश में अक्सर माता पिता, रिश्तेदार और दोस्त अक्सर शादी की सारी व्यवस्था पर अपना अधिकार सा जमा लेते हैं। यदि आपको उनके फैसलों पर पूरा भरोसा है, तो आप आराम करें और उन्हें ये सब करने दें। लेकिन यदि आपको ज़रा भी संदेह है तो स्थिति को अपने हाथ में ही रखें। - डर को कहें अलविदा
शादी एक बड़ा पड़ाव है, इसलिए शादी का दिन पास आने पर थोडा तनाव स्वाभाविक है। ऐसा सिर्फ आपको महसूस नहीं हो रहा, बल्कि अधिकतर लोग ये तनाव महसूस करते हैं। अपनी इस मनोस्थिति को अपने साथी या किसी करीबी दोस्त से साझा करें और इस चिंता से निजात पाने के लिए अपना ध्यान शादी की तैयारियों पर लगाएं। - बजट से बाहर न जाएं
अपने जितना खर्च सोचा था, असल में उससे ज़्यादा खर्च हो ये संभव है। हालाँकि यह पूरी तरह आपका फैसला है, लेकिन व्यर्थ की भीड़ इकठ्ठा करने से बेहतर है कि आप उन लोगों को बुलाएं जिन्हें आप सचमुच अपने इस ख़ास दिन की ख़ुशी में शामिल करना चाहते हैं।
क्या आप भी एक यादगार शादी से जुडी कोई सलाह देना चाहते हैं? अपनी राय यहाँ या फेसबुक पर हमें बताएं।
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