Love Matters

मेरी गर्लफ्रैंड की शादी हो रही है।क्या करूँ?

Submitted by Auntyji on बुध, 08/23/2017 - 04:48 बजे
नमस्ते आंटी जी, मेरी गर्लफ्रेंड शादी कर रही है। मैं बर्बाद हो गया हूँI मुझसे अभी तक विश्वास नहीं हो पा रहा है कि यह वास्तव में हो रहा है। मैं क्या करुँ? आशुतोष, 23, इलाहाबादI

आंटीजी कहती हैं...ओहो! ये तो बड़ा ही गलत हुआ पुत्तर! तू तो बिलकुल हीर वाले रांझे की तरह रो रहा हैI

अचानक बदलाव?

बेटा मुझे यह बता कि तुझे आश्चर्य क्यों हो रहा है? क्या यह तेरे लिए एक नई खबर है? क्या तुझे कुछ समय से उसकी शादी के बारे में पता था या फिर तुझे इस शादी के बारे में सीधे कार्ड से पता चला है? अगर ऐसा हुआ है तो ये गलत है। अगर वो शादी की सब रस्में छुप-छुप कर बिना तुझे बताये कर रही थी तो ये सरासर धोखे बाजी है।

सब खत्म हो चुका है, मान ले

ये बातें झकझोर के रख देने वाली होती हैं, इसमे कोई दो राय नही है - चाहे तुम इसके लिए पहले से तैयार ही क्यों न हो। तू ने कभी नही सोचा होगा कि तेरे रहते वो किसी और से शादी कर रही होगी। लेकिन अब ऐसा हो गया है? मैं समझ सकती हूं कि तुझे कितनी तकलीफ हो रही होगी। किसी अपने को इस तरह किसी और का होते देखना आसान नही है।

खुद के लिए टाइम निकाल

आशु बेटे, अब ये तो हो चुका है। अब इन दुखड़ों को रोकर तेरा भला नही होगा बेटा। अब तो बेहतर ये है कि तू एक छुट्टी पर चला जा और वापस तब आ जब ये सब खत्म हो चुका हो। इससे तुझे राहत मिलेगी। अपने लिए ऐसा कुछ कर जो तू काफी समय से करने की सोच रहा था। ब्रेक अप ‘मेकओवर’ के जन्म दाता भी होते हैं। नया हैरस्टायल बना, नए कपड़े खरीद, पुराने शौक बंद बक्सों से वापस निकाल और शुरू होजा, एक नए ‘आशुतोष’ को सामने ले आ इस दुनिया के सामने।

गलती तेरी नही है

एक बात याद रखना, जो हुआ उसके लिए खुद को ज़िम्मेदार मत मानना। कभी कभी चीज़े हमारे हाथ के बाहर होती हैं। जो हम चाहते हैं वो नही हो पाता और जो होता है वो हम चाहते नहीं। इस स्थिति में ऐसा सोच- उसने आशुतोष को नकारा नही है, शायद बस समाज और परिवार की मांग का पालन किया है। अगर तुम दोनों ने शादी का फैसला किया था और उसके बाद वो आखिर में तुझे छोड़ के किसी और के साथ चली गयी है तो यह बात अलग होती, हैं ना?

अपने भविष्य के बारे में सोच

हमने अभी इस बारे में कुछ बात की थी कि क्या नही करना है। उस सूची में कुछ और चीज़ें भी हैं। उसका पीछा नही करना, भीख नही मांगनी, धमकी नही देनी और ऐसा कोई ड्रामा नही करना।

दूसरी बात- थोड़ा बहुत बात करना ठीक है लेकिन अपने दोस्तों के सामने ज़्यादा रोना-धोना करने की बिल्कुल ज़रूरत नही है। बेटा खुद पर तरस खाने वालों से लोग दूर होने लगते हैं। और उसे खोने के बाद अब तू दोस्त नही खोना चाहता होगा, हैं ना? और अंत में सबसे ज़रूरी बात, ‘एक आखिरी बार’ मिलने के चक्कर में उसके घर मत पहुंच जाना। वो अपनी ज़िंदगी किसी और के साथ शुरू करने का फैसला ले चुकी है, तुझे अपनी नई शुरुवात के बारे में सोचना है। जो करना है कर,लेकिन वो सब मत करना जो मैंने मना किया है।

लेखक की गोपनीयता बनाये रखने के लिए तस्वीर में एक मॉडल का इस्तेमाल किया गया हैंI

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