...मेरी गर्लफ्रेंड ढुँढ़वाने में मदद कीजियेI बाला, (22) चेन्नई
आंटीजी कहती हैं....हैं!! क्या गर्ल फ्रेंड कोई सामान है- कोई कार या घडी- जिसके न होने से तुझे कमी लग रही है? चलो देखते हैं...
अगर साफ़ बात कहूँ, तो मुझे लगता है या तो तूने पूरी कोशिश नहीं की, या ज़रूरत से ज़्यादा कोशिश कर ली हैI और दोनों हालात में बात बनना मुश्किल हैI हमें कहीं न कहीं एक सही संतुलन बनाना आवश्यक हैI
तो पहले ज़रा अपने आप को झाँक कर ठीक से देखो- क्या तू इस दिशा में कुछ सही कदम उठा रहा है या सिर्फ बैठ कर शिकायत कर रहा है गर्लफ्रेंड न मिल पाने की? या फिर तू गर्लफ्रेंड बनाने की इतनी कोशिश कर रहा है कि लड़कियां तुझे चिपकू समझ कर तुझसे दूर भाग रही हैं? एक और सम्भावना ये भी हो सकती है बेटा कि तुझे अब तक अपनी पसंद कि लड़की मिली ही न होI जिसे देख कर दिल में सितार से बज उठे, है ना बाला?
स्मार्ट दिखो और सुगन्धित रहो
हाँ जी, तू ऐसे दोस्तों में उठता बैठता है जिनकी गर्लफ्रेंड हैंI मन उदास होता होगा देखकर! उनके पास वो है जो तेरे पास नहीं हैI तुझे लगता होगा वो हीरो हैं और तू जीरो! अरे नहीं पुत्तर! इस कॉम्पिटिशन के ज़माने में गेम में बने रहना ज़रूरी है, सिर्फ शिकायतें करके और मन में उदासी रख के तो तू दौड़ में पिछड़ जायेगाI
तो चल देखते हैं कि सही दिशा में आगे बढ़ने के लिए तुझे क्या क्या करने कि ज़रूरत हैI सबसे पहले तो ये रोना बंद करो कि गर्लफ्रेंड नहीं हैI तूने सुना होगा कि पहला इम्प्रैशन आखिरी इम्प्रैशन होता है- इसलिए अपने रहन सहन पर थोड़ा और ध्यान देI अपनी साफ़ सफाई और शारीरिक दुर्गन्ध पर भी ध्यान देना बहुत ज़रूरी हैI शरीर कि और मुँह की दुर्गन्ध तेरे रास्ते की रुकावट बन सकते हैंI लेकिन खुशबु की अति भी मत कर देना!
बुद्धिमता की ताकत
अब पार्टनर ढूंढने के रास्ते का मुश्किल काम, अच्छी और दिलचस्प बातचीत करने, लोगों को अपने साथ सहज महसूस करने की दिशा में काम करना बहुत ज़रूरी हैI अगर तू स्वाभिक रूप से ऐसा कर पाता है तो कोई समस्या ही नहीं है लेकिन अगर ऐसा नहीं है तो इसका अभ्यास करना अभी से शुरू कर देI
पढ़ कर अपनी जानकारी बढ़ा, दिलचस्प तथ्यों को दूसरों के साथ बाँटI लेकिन आंटीजी की सबसे ज़रूरी सलाह ये है बेटेजी, अच्छे वार्तालाप का मतलब ये कभी नहीं होता कि एक ही आदमी बोले और दूसरा व्यक्ति सुनता रहेI जब किसी से बात करता है तो अच्छा वक्त होने के साथ अच्छा श्रोता भी बनI उनसे उनकी ज़िन्दगी, पसंद और नापसंद के बारे में पूछ और उनकी बात ध्यानपूर्वक सुनI अगर तुझे अच्छी जानकारी है तो यह बहुत अच्छी बात है, लेकिन अपनी जानकारी को दूसरों पर थोपना अच्छी बात नहीं हैI तो अगर तू कोसोवो के राजनैतिक संकट के बारे में कहानी सुनाएगा और बाकि लोगों को कोई दिलचस्पी नहीं है तो तेरी इस जानकारी का कोई फायदा नहीं होगाI
लैंगिकवादी मत बन
अगर गर्लफ्रेंड कि तलाश में है तो एक बात याद रखना बेटा, किसी महिला से महिलाओं के बारे में कोई आपत्तिजनक बात मत कहनाI मैंने कई पुरुषों को लैंगिकवादी मज़ाक करते देखा है और कुछ बुद्धू लड़कियों को इस तरह के मज़ाक पर हँसते भी देखा हैI लेकिन ऐसे मज़ाक न किये जाएं तो ही बेहतर हैI ऐसे मज़ाक काफी हद तक यही दर्शाते हैं कि तेरे मन में महिलाओं के लिए इज़्ज़त नहीं हैI
साथ ही ये भी बता दूँ कि तुझे बेचारा बन के रहने कि भी ज़रूरत नहीं हैI जब किसी लड़की से पहली बार मिले तो सी शादी के मंडप तक मत पहुँच जाना! उसे जान और उसे जानने का मौका दे, और फिर देख कि आगे कि क्या संभावनाएं हैंI
खुद कि पहचान खोने कि कोशिश करना भी बेकार हैI जैसा तू है, वैसा ही रह, कुछ और बनने कि कोशिश में तू कंफ्यूज हो जायेगाI 'मेरी मम्मी' और 'मेरी दीदी' कि कहानिया सुनाकर उसे बोर मत करना, वर्ना जल्द ही तू कोई और लड़की ढून्ढ रहा होगा, क्यूंकि ये कहानियां कोई नहीं सुनना चाहताI
तलाश सही जगह पर
अपने लिए सही लड़की चुनने में तू अपने दोस्तों या उनकी गर्लफ्रेंड कि मदद ले सकता है, इसमें कोई शर्म या हिचकिचाहट कि ज़रूरत नहीं हैI
ऑनलाइन डेटिंग, जिम, या किसी स्पोर्ट में साथ आने वाली किसी लड़की के करीब आने की कोशिश भी कर सकता हैI
ओके जी, चलो बस हो गया! अच्छा दिखो, आत्मविश्वास रखो और आगे बढ़कर खुद का परिचय दोI तुझमे कोई कमी नहीं हैI इन् चीज़ों में कई बार वक़्त लगता ही हैI
क्या आपको भी अपना साथी ढूंढने में मुश्किल हो रही है? अपने अनुभव हमसे साझा कीजिये, यहाँ अपने विचार लिखा कर या फिर फेसबुक में इस चर्चा में हिस्सा लेकरI
मेरे प्यार बच्चे-बच्चियों, दिवाली की छुट्टियों में मैं कुछ दिन के लिए तुम्हारे अंकल के साथ पहाड़ों पर जा रही हूँI लेकिन घबराना मत, तुम्हारी समस्या का हल तुम्हे फिर भी मिलेगाI तब तक स्वस्थ रहो, खुश रहो और सुरक्षित रहो!