वैसे तो भारत कामसूत्र और खजुराहो की धरती है लेकिन विडंबना देखो कि बंद कमरे से बाहर हमें सेक्स के बारे में बात करने में अभी भी शर्म आती है। आइये इस स्वतंत्रता दिवस पर जानते हैं कि कैसे सेक्स और लैंगिकता से जुड़ी बातें अब धीरे-धीरे चाय पर चर्चा का विषय बनती जा रही है।
इस समय पूरे देश में आज़ादी की बातें चल रही हैंI ऐसे में जागृति को बार बार पिछले साल की वो बातें याद आ रही हैं जब उसे हर दिन उन लोगों के साथ लड़ना पड़ा था जो उसके सबसे करीब थेI वो मैटर्स इंडिया को बताती है कि आज़ादी केवल पुरुषों के लिए हैI महिलाओं के लिए तो पुरुषों ने हर कदम पर पाबंदिया लगाई हुई हैंI
"नार्थ ईस्ट से आई महिलाओं को आये दिन नस्लवाद और यौन उत्पीड़न का सामना करना पड़ता हैI" क्या ऐसा सही में होता है या यह एक शहरी मिथक है? लव मैटर्स ने छह पूर्वोत्तर महिलाओं से पूछा कि क्या उन्होंने दिल्ली में भेदभाव का अनुभव किया हैI
आज भारत अपनी आज़ादी की 72वीं वर्षगांठ मना रहा है, इस मौके पर हमने लोगों से यह जानना चाहा कि क्या सभी को अपनी इच्छानुसार मनपसंद व्यक्ति से प्यार की आज़ादी मिलनी चाहिए? तो क्या इस परिदृश्य मे समलैंगिक सम्बन्धों को कानूनी मान्यता दे देनी चाहिए। इस महत्त्वपूर्ण मुद्दे पर लोगों के विचार जानने के लिए आगे पढ़ें।
*महक को शहर के सबसे खूबसूरत लड़के, राहुल से प्यार हो गया। वह राहुल से शादी करने के सपने देखने लगी थी लेकिन राहुल के लिए वह सिर्फ गर्लफ्रेंड नंबर 17 थी। महक ने लव मैटर्स को वह सबकुछ बताया जो उन्होंने राहुल को रोकने के लिए किया। लेकिन क्या वो काफी था?
नमस्ते आंटी जी, मुझे पता है कि मेरा और मेरे बॉयफ्रेंड का कोई भविष्य नहीं है और इसलिए मैं पिछले दो साल से उससे ब्रेकअप करने के बारे में सोच रही हूंI लेकिन मैं उसका दिल भी नहीं दुखाना चाहती हूं। मुझे क्या करना चाहिए? सनाह, 22 वर्ष, चेन्नई
क्या आप हर चीज के लिए अपने पार्टनर पर निर्भर रहते हैं और आप सोचते हैं कि यह प्यार है? सावधान हो जाएं क्यूंकि ऐसा रिश्ता बेहद खतरनाक है और आपके पार्टनर के लिए हानिकारक हो सकता हैI लव मैटर्स आपको एक दूसरे पर निर्भर रहने वाले रिश्तों के मुख्य लक्षणों के बारे में बता रहा है।
आप और आपको पार्टनर के बीच में यह ‘तीसरा’ कौन है? नहीं समझ आया, हम किसके बारे में बात कर रहे हैं? जनाब ये वो हैं जिनसे आप अपने डेट से ज़्यादा करीब हैंI जी हाँ, हम बात कर रहे हैं आपके मोबाइल फोन की : जो आजकल हर रिश्ते में कबाब में हड्डी की तरह मौजूद रहता है।