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दुल्हन मतलब ए.टी.एम. मशीन

Submitted by Love Matters India on मंगल, 07/12/2016 - 10:16 पूर्वान्ह
क्या भारतीय शादियों में अभी भी दहेज़ का चलन है या समय बदल गया है? हमने कुछ युवाओं से बात कर के जाना कि वो इस बारे में क्या सोचते हैंI

शादी के दौरान लड़की के परिवार की ओर से लड़के वालो को रूपए-पैसे और अन्य उपहार देना भारतीय समाज की पुरानी परंपरा हैI दहेज़ प्रथा ना सिर्फ़ हमारे लिए राष्ट्रीय समस्या है बल्कि महिलाओं के साथ होने वाले उत्पीड़न और दुर्व्यवहार के पीछे का मुख्य कारण भी हैI अकसर नववधू को शादियों में रुपये, गहने और अन्य उपहारों के पर्याय से अधिक कुछ नहीं समझा जाता है और अगर लड़की का परिवार लड़के वालो की मांगो को पूरा करने में असमर्थ रहता है तो नवविवाहितों के लिए शान्ति से जीवन जीना खासा मुश्किल हो सकता हैI

लव मैटर्स ने दिल्लीवासियों से इस बारे में उनकी राय जानी और हमें कुछ ऐसे जवाब मिले जिन्हें सुनकर आप स्तब्ध हुए बिना नहीं रह सकेंगेI

Dowry in India: What's your view?

हमारे देश में दहेज़ को रोकने के लिए सख्त क़ानून बने हुए हैं लेकिन दुर्भागयवश लड़की के परिवार वाले इसका दुरूपयोग भी करते हैंI कई बार लड़केऔर उसके परिवार को दहेज़ को लेकर बेबुनियाद केसों में फंसा दिया जाता है और उन पर लड़की को परेशान करने और मारने पीटने के झूठे आरोप लगा दिए जाते हैंI

यह वीडियो दर्शाता है की हमारी युवा पीढ़ी इस दकियानूसी प्रथा के बारे में क्या सोचती है और अगर कभी उनसे दहेज़ की मांग रखी गयी तो वो क्या कदम उठाएंगेI कुछ लोगों ने तो हमें यह तक बताया कि अगर वो दहेज़ लें तो 'बाजार भाव' के अनुसार उनकी कीमत क्या होगीI

क्या आपने भी कभी दहेज़ लिया या दिया है? नीचे टिपण्णी करें या फेसबुक पर हमसे संपर्क करेंI आप हमारे फोरम जस्ट पूछो पर इस बारे में हो रही चर्चा का भी हिस्सा बन सकते हैंI