तब हो सकता है कि आप इस बात का पता लगाने का प्रयास करने लगें कि ऐसी क्या चिकित्सीय समस्या है जिससे आप गर्भवती नहीं हो पा रही हैं।
सबसे आसान काम पुरुष की जांच से शुरू करना है। पुरुष अक्सर यह मान लेते हैं कि महिला में ही प्रजनन क्षतमा की समस्या है, यदि वह गर्भवती नहीं हो रही है। किंतु पुरुष के साथ भी किसी समस्या की उतनी ही संभावना है।
पुरुषों के लिए अपने शुक्राणुओं की जांच कराना काफी आसान है, एक सामान्य जांच से पता चल जाता है कि आप पर्याप्त स्वस्थ शुक्राणु उत्पन्न कर रहे हैं कि नहीं। महिलाओं के बारे में यह काफी कठिन काम है और कई तरह की जांचों से पता चलता है। इसलिए अच्छा होगा यदि पुरुषों से ही प्रजनन क्षमता की जांच शुरु की जाए।
पुरुषों की जांच
पुरुषों की उर्वरता (प्रजनन क्षमता) जांच काफी आसान है। आपको शुक्राणु का सैम्पल देना होता है और वे (चिकित्सा कर्मी) उनकी प्रयोगशाला में जांच करते हैं।जब आप अपने डाक्टर के पास प्रजनन क्षमता की जांच कराने जाते हैं तो, सबसे पहले वह आपके सेक्स जीवन से जुड़े कुछ प्रश्न पूछ सकते हैं, और आप के जननांगों की भी जांच कर सकते हैं। उसके बाद वह आपके शुक्राणु का सैम्पल जांच के लिए भेजेंगे।
निश्चित ही आप किसी ऐसी जांच, जिससे आप को शर्म महसूस होती है, के लिए मना कर सकते हैं और केवल अपने शुक्राणु का सैम्पल जांच के लिए दे सकते हैं (हां, इस बात का शुक्रिया अदा करें कि आपके साथी के लिए इस प्रकार की असहज और अंतरंग जांच से बचना शायद मुश्किल होगा!)
शुक्राणु का सैम्पल देना
आप हस्तमैथुन कर एक साफ डिब्बी में वीर्य का सैम्पल इकट्ठा करके शुक्राणु की जाँच के लिए दे सकते हैं। और यदि क्लिनिक आपके घर से दूर न हो तो हो सकता है कि आप घर से ही सैम्पल उपलब्ध करा सकें।
धार्मिक कारणों से यदि आप हस्तमैथुन नहीं करना चाहते हैं तो आप शुक्राणुओं को संभोग करते समय खास कंडोम में भी जमा कर सकते हैं।
परिणाम
प्रयोगशाला एक रिपोर्ट देगी जिसमें बताया गया होगा कि आपके वीर्य में कितने शुक्राणु हैं, उनमें से कितने स्वस्थ हैं- क्या वे अच्छी तरह ‘तैर’ सकते हैं और डिंब को निषेचित कर सकते हैं अथवा नहीं।
हो सकता है आपको पता लगे कि आप के बहुतायत शुक्राणु स्वस्थ हैं, अतः आपको कम से कम अब यह पता है कि समस्या आपके साथ नहीं है। लेकिन हो सकता है कि आपके स्वस्थ शुक्राणुओं की संख्या तुलनात्मक रूप से कम हो, जिससे आपके साथी को गर्भधारण करना कठिन होता हो।
तब आपको पुरुषों के लिए प्रजनन क्षमता संबंधी सुझाई गई सभी बातों का पालन करना सबसे अच्छा होगा- जैसे कि धूम्रपान या मदिरापान न करना और अपने अंडकोषों को ठंडा रखना। यदि दिए गए नमूने में कोई शुक्राणु मौजूद नहीं हैं, तो आप समस्या की जानकारी के लिए डाक्टरी सहायता ले सकते हैं, और पता कर सकते हैं कि इसके समाधान के लिए क्या किया जा सकता है।
घर में जांच
यदि आप जांच संबंधी शर्मिंदगी से बचना चाहते हैं, तो शुक्राणुओं की जांच के लिए घर में प्रयोग की जाने वाली किट (होम किट) खरीद सकते हैं। ये किट, प्रयोगशाला जांच जैसी विश्वसनीय नहीं होती हैं। उनसे केवल यह पता चलता है कि आपके वीर्य में कितने शुक्राणु मौजूद हैं, किंतु यह नहीं कि वे कितने स्वस्थ हैं। संभवतः,यह टेस्ट अभी तक भारत में, दवा की दुकान या सुपरमार्किट में उपलब्ध नहीं है। आप 30 अमेरिकी डालर और अंतरार्ष्ट्रीय डाक खर्च जोड़कर, किट को ऑनलाइन आर्डर देकर मंगा सकते हैं।
महिलाओं की जांच
महिलाओं की प्रजनन क्षमता की जांच, पुरुषों की जांच की तुलना में काफी जटिल होती है, मूल रूप से इसलिए कि आपके गर्भवती न होने के कहीं अधिक विभिन्न कारण होते हैं।इसका अर्थ है कि आपको कई भिन्न-भिन्न परीक्षण कराने की ज़रूरत हो सकती है।
उनमें निम्नलिखित शामिल हो सकते हैं:
- यह पता करने के लिए कि आपके गर्भाशय की ग्रीवा पर म्यूकस में शुक्राणु जीवित रह पाते हैं कि नहीं, सर्वाइकल म्यूकस जांच।
- आपके गर्भाशय और अंडाशयों की जांच के लिए अल्ट्रासाउंड स्कैन
- गर्भवती होने के लिए जिम्मेदार हार्मोन्स के स्तर की जांच
- आपके अंडाशय और डिंबवाही नलिका के बंद होने का पता करने के लिए उनकी एक्स-रे। इसके लिए पहले गर्भाशय ग्रीवा (सर्विक्स) से एक रंगीन पदार्थ डाला जाता है।
- हिस्टीरियोस्कोपी, इसमें आपके गर्भाशय के अंदरूनी भाग को देखने के लिए एक लचीली नली जैसी दूरबीन को गर्भाशय ग्रीवा के रास्ते डाला जाता है।
घर में जांच
आप महिलाओं के लिए भी घर में प्रजनन क्षमता जांच खरीद सकती हैं।
यह आपके शरीर में एफएसएच हार्मोन का आकलन करती है जिससे पता चल सकता है कि आपके गर्भवती होने की कितनी संभावना है। इस जांच से पता चलता है कि आपके अंडाशय में कितने डिंब बचे हैं, किंतु ज़रूरी नहीं है कि यह काफी सटीक आकलन हो।
संभवतः, यह टेस्ट अभी तक भारत में, दवा की दुकान या सुपरमार्किट में उपलब्ध नहीं है।