आंटी जी कहती हैं...ओह्हो बेटा इतना क्यों परेशान हो रहा हैI जा पहले एक गिलास पानी पी कर आ, थोड़ी ठण्ड रख और फ़िर इसे पढ़ना शुरू करI
सबसे ज़रूरी बात
पहले यह बता कि तुम दोनों ने घर पर गर्भावस्था की जांच करके देखा है क्या? पहले पुत्तर यह तो पता कर ले कि तेरी बीवी सच में गर्भवती है या यह कोई शारीरिक समस्या है? एक महिला के शरीर में कई बदलाव हो सकते हैं, अब यह कोई कम्प्यूटर थोड़ी हैI वैसे भी उन पर कौन सा आँख मूँद कर भरोसा किया जा सकता है आजकलI सबसे पहले टेस्ट कर ले पुत्तर, आज ही!
दो नज़रिये
चल अब तूने यह तो मुझे बता दिया की तुझसे बच्चा नहीं चाहिए, पर यह नहीं बताया कि क्यों नहीं चाहिएI कहीं तू सिर्फ़ इसलिए तो पीछे नहीं हट रहा है क्योंकि तुझे बच्चों के रोने से दिक्कत होती है या फ़िर तूने इस बारे में गंभीरता से सोचा है? वैसे इस निर्णय में एक और व्यक्ति की सहमति होनी बेहद ज़रूरी है- तेरी प्यारी बीवी की!
मेरे झल्ले, हम उसके शरीर और उसकी ज़िन्दगी की बात कर रहे हैं, तो अंतिम निर्णय भी उसी का होना चाहिएI मेरे ख्याल से यह बात तुझे अच्छे से समझ लेनी चाहिएI
पुत्तर तू अकेला इस बारे में फैसला नहीं ले सकता! तुम दोनों को एक साथ बैठ कर इसके फायदे-नुकसान के बारे में विचार-विमर्श करना चाहिएI तुझे अपनी सारी शंकाओ के बारे में उसे बता देना चाहिए और मुझे पूरा विश्वास है कि वो भी तुझे समझने की पूरी कोशिश करेगीI यहाँ दिक्कत तभी आएगी जब तुम दोनों के जवाब एक दूसरे के जवाबों से मेल ना खाते होंगे, मतलब यह कि तब जब तुझे बच्चा नहीं चाहिए और उसे चाहिएI
तैयार और चौकस
बेटा वैसे मैं तेरी अभी बच्चे नहीं चाहिए वाली बात से भी सहमत हूँI बच्चे तब ही करने चाहिए जब हम उनके भरण-पोषण के लिए पूरी तरह तैयार होंI सिर्फ़ इसलिए नहीं कि कभी तो करने ही हैं तो फ़िर अभी ही क्यों ना कर लेंI
पूरी तरह तैयार होने का मतलब सिर्फ़ यह नहीं है कि आप भावात्मक और आर्थिक रूप से एक बच्चे का भार संभालने के लिए तैयार हैंI इसका यह भी मतलब है कि आप दोनों का रिश्ता भी पूरी तरह सुदृढ़ है और आप दोनों को यह अंदाज़ा है कि इस कदम से आपकी ज़िम्मेदारियाँ कितनी बढ़ जाएंगी और आपकी जीवन शैली में कितने बदलाव आएंगेI
दुःख की बात यह है कि हर बार ऐसा नहीं हो पाता है, हैं ना? पहले से तैयारी करने कि बजाय हमारे समाज में प्रथा यह है कि एक लड़की अचानक से गर्भवती हो जाती है और उसका पति और पूरा परिवार उस स्थिति के अनुरूप अपने आपको ढालने की कोशिश करने में लग जाते हैंI बेटा जी बस इस सिस्टम का हिस्सा मत बननाI
गर्भावस्था के बारे में और जानने के लिए यहाँ उपलब्ध जानकारी पढ़ें!
परिवार और नियोजन
बच्चा पैदा करना मतलब तैयारी करनाI यह रूढ़िवादी सोच कि बच्चा पैदा होने से सब ठीक हो जाएगा, गलत हैI
उदाहरण के तौर पर आप दोनों के काम पर इसका क्या असर पड़ेगा? क्या तुम दोनों की कंपनियां इसमें तुम्हे सहयोग करेंगी? क्या तू उसकी मदद के लिए काम से छुट्टी ले पायेगा? क्या वो काम के साथ साथ बच्चे को संभाल पायेगी?
बच्चा होने के बाद, जब तुम दोनों थके मांदे काम से घर वापस पहुंचोगे तो बच्चे का ख्याल कौन रखेगा? क्या तुम्हारे पास कोई मदद मौजूद है? क्या तुम्हारे परिवारजनों की एक दम बढ़ गयी अपेक्षाओं से तुम दोनों निपट पाओगे?
घबराना बंद करो
पहले भी कहा है, एक बार फ़िर दोहराती हूँ- घबराना बंद करोI सबसे पहले गर्भवावस्था की जांच करवाओI उसके बाद दोनों मिलकर एक निर्णय पर पहुंचोI याद रखना कि फैसला तुम दोनों ने लेना है, इसके लिए पूरे मोहल्ले को इकठ्ठा मत कर लेनाI क्योंकि पुत्तर जितना तुम बाकी लोगों से पूछोगे उतना ही तुम्हारा दिमाग खराब होगा और फ़िर वो फैसला तुम दो नों का नहीं होगा, किसी तीसरे का होगाI
अब ध्यान से मेरी बात सुनो! पहले किसी अच्छे डॉक्टर से मिलो, गर्भावस्था की जांच करवाओ! और हाँ जिस गर्भनिरोधक का इस्तेमाल तुम दोनों कर रहे हो, उसकी भी अच्छे से जांच पड़ताल कर लो जिससे दोबारा यह समस्या ना खड़ी होI और अगर किसी भी गर्भनिरोधक का इस्तेमाल नहीं कर रहे हो तो बेटा जी समय आ गया है, कंडोम पर खर्चा करने काI