मिथ्य 1 - मासिक रक्तस्राव गन्दा होता है।
अतः मासिक धर्म होने का अर्थ है की लड़की या महिला अस्वच्छ हैं।
सत्य
शरीर से मासिक रक्तस्राव होना सामान्य है। यह गर्भाशय की परत के टूटने के कारण होता है।
मासिक धर्म, शरीर के गर्भावस्था के लिए तैयार होने की प्रक्रिया का एक हिस्सा है न की शरीर से गन्दा या दूषित रक्त का निकालना। मासिक धर्म के बारे में कुछ भी गन्दा नहीं होता है। अतः इस बात का कोई चिकित्सीय कारण नहीं है की आप स्कूल या किसी धार्मिक समारोह में नहीं जा सकती हैं या व्यायाम नहीं कर सकती हैं। सच्चाई तो यह है की ठीक समय पर मासिक धर्म होना आपके एक स्वस्थ व्यक्ति होने का संकेत है।
मिथ्य 2 - मासिक रक्तस्राव में बहुत रक्त का क्षय होता है।
सत्य
ऐसा महसूस हो सकता है या दिख सकता है की बहुत रक्त निकल रहा है पर ऐसा होता नहीं है।
ज़्यादातर महिलाओं में एक बार के मासिक रक्तस्राव में 2 से 6 चम्मच तक रक्त निकलता है। बाकी जो दिखता है वह गर्भाशय (यूट्रस) की परत के ऊतक होते हैं।
मिथ्य 3 - यदि मासिक धर्म नहीं हुआ तो आप गर्भवती हैं।
सत्य
किसी किशोरी का मासिक धर्म सामान्य होने में कुछ वर्श लग सकते हैं। ऐसे में मासिक धर्म का न होना सामान्य हो सकता है। इसका सिर्फ़ यही अर्थ नहीं होता की आप गर्भवती हैं।
बेशक, यदि किसी लड़की ने असुरक्षित सेक्स किया हो और उनका मासिक धर्म न हो तो वे गर्भवती हो सकती हैं। ऐसे में गर्भावस्था की जाँच करवाना अच्छा विचार होगा।
मिथ्य 4 - मासिक धर्म के समय सेक्स करना अस्वास्थ्यकर होता है।
सत्य
मासिक धर्म के समय सेक्स करने से स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है, इस बात का कोई चिकित्सीय कारण नहीं है। पर यदि कोई आप असुरक्षित सेक्स करती हैं तो यौन संचारित रोग (सेक्सुअली ट्रान्समिटेड डिज़ीज़) हो सकता है।
मिथ्य 5 - यदि मासिक धर्म हो रहा हो तो आप गर्भवती नहीं हो सकती हैं।
सत्य
यह सत्य है की मासिक धर्म के दौरान सेक्स करने से गर्भावस्था की संभावनाएँ कम होती हैं। पर इसकी कोई गारंटी नहीं है। मासिक धर्म होने का अर्थ है की गर्भाशय की परत टूट कर बाहर निकल रही है पर इसका यह अर्थ नहीं है की कोई डिम्ब परिपक्व होकर शुक्राणु का इंतज़ार नहीं कर रहा है।
कुछ अन्य तथ्य:
ऽ मासिक धर्म का अर्थ है, लगभग एक महीने में एक बार योनि से रक्तस्राव होता है। यह 4 से 6 दिनों तक होता है।
ऽ ज़्यादातर लड़कियों में मासिक धर्म 11 से 16 वर्ष की आयु के बीच शुरु हो जाता है। तनाव, नियमित भारी व्यायाम या लम्बी बीमारी के कारण मासिक धर्म शुरु होने में देरी हो सकती है।
पहली बार मासिक धर्म के अनुभव पर हमारी चित्रित कहानी पढ़ें।