शादी क्या है?
हम सभी ने ये मुहावरा सुना है कि "जोड़ियाँ (शादियाँ) स्वर्ग में बनती हैंI" और संसार की अधिकतर संस्कृतियों में लोग शादी को दो लोगों क़ी आत्माओं के मिलन के रूप में देखते हैंI अक्सर एक शादीशुदा जोड़ा अपने रिश्ते को हमेशा बनाये रखने के लिए सामाजिक और कानूनी तौर पर वचन लेता है, इसके अलावा कुछ संस्कृतियों में विवाह के लिये कानून की बजाय केवल सामाजिक मान्यता लेना ही जरूरी होता हैंI
अक्सर, जब दो लोग शादी करते हैं तो वे इस अवसर को विवाह समारोह के रूप में मनाते हैंI विवाह समारोह,धार्मिक और सांस्कृतिक रीति रिवाजों की एक श्रृंखला है,और इसलिए एक दूसरे से अलग होती हैI भारत में,विवाह समारोह को बहुत बड़े रूप में और कई दिनों तक मनाया जाता हैI वैसे तो यह रीत पुरुष और महिला के बीच देखी जाती हैI
यद्यपि विश्व के कुछ हिस्सों में समलैंगिक पुरुष और समलैंगिक स्त्री महिलाओं को शादी करने की अनुमति दी गई है, वहीं दूसरी ओर कुछ हिस्सों में समलैंगिक विवाह पर प्रतिबंध लगा हुआ हैI समलैंगिक और उभयलिंगियों से संबधित कानून और उनकी प्रवृत्ति के बारे में और अधिक यहाँ सेजानेंI
दुनिया भर में जोड़े(युगल) विभिन्न कारणों से शादी करते हैंI कई लोग इसलिए शादी की कसमें लेना चाहते है क्योंकि एक दूसरे से बहुत प्यार करते हैं, या उनका पहले से ही एक दूसरे के साथ रिश्ता या दोस्ती है! भारत में इस तरह की शादी को लव मैरिज(love marriage) कहा जाता है।
कुछ संस्कृतियां जैसे भारत में, विवाह तय करने में लड़का या लड़की के माता-पिता और या उसके रिश्तेदारों की खास भूमिका होना सामान्य हैI वे अपने बच्चों के लिए वर या वधु पसंद करने में सक्रिय भूमिका निभाते हैंI इस तरह के विवाह को अर्रेज मैरिज (arranged marriages) कहा जाता है। जीवन साथी का चुनाव धार्मिक, भाषाई और जातीय आधार पर सीमित या प्रतिबंधित किया जाता है।
मान लीजिये कि आप शादी नहीं करना चाहते हैं लेकिन शादी के लिए आप अपने परिवार और समाज के दबाव का सामना कर रहे हैं? यदि आप को शादी के लिए मजबूर किया जा रहा है तो आप इन हेल्पलाइन पर संपर्क कर सकते हैं:
द वंडरवेला (24x7 और 14 राज्यों में):
महिलाओं के खिलाफ हिंसा: http://www.vawhelp.org/
केन्द्रीय समाज कल्याण बोर्ड –पुलिस हेल्पलाइन: 1091/1291; (011) 23317004
शक्ति शालिनी: (011) 24373737