मुंबई में बतौर सेक्स वर्कर काम कर रही येलावा के पास रोज़-रोज़ से ग्राहक आते हैं जो उसे तंग करते हैं, सफाई का ध्यान नहीं रखते और नशे में हिंसक होते हैं। कॉन्डम का उपयोग करने से इनकार कर सकते हैं। ऐसे में खुद को सेफ रखने के लिए वो क्या करती हैं? येलावा की कहानी आस्था परिवार ने लव मैटर्स के साथ शेयर की।
सेक्स वर्कर अपने ग्राहकों से हमेशा कॉन्डोम का इस्तेमाल करने का आग्रह करते हैं। लेकिन क्या उनके पार्टनर या ‘प्यारवाले’ (इस नाम से उन्हें जाना जाता है) उनकी बात मानते हैं? आस्था परिवार ने प्यारवालों के बीच कॉन्डोम के इस्तेमाल और सेक्स वर्कर्स के साथ उनके संबंधों को समझने के लिए उनसे बातचीत की। आइए पढ़ते हैं बातचीत के कुछ अंश।
हालांकि एचआईवी लाइलाज़ है, लेकिन फिर भी एचआईवी वायरस के संपर्क में आने से पहले और बाद में इससे होने वाले संभावित ख़तरों को कम करने के कई तरीके मौजूद हैं। इन दवाओं के कोर्स को पीआीईपी (प्री-एक्सपोजर प्रोफिलैक्सिस) और पीईपी (पोस्ट-एक्सपोजर प्रोफिलैक्सिस) के नाम से जाना जाता है।
अच्छा जीवन साथी, शादी के दिन सबसे चमकदार कपड़े, एक आलीशान मैरिज हॉल और हनीमून के लिए स्वर्ग जैसी जगहI हम सब अपनी शादी के लिए ना जाने कितनी तैयारियां करते हैं। लेकिन क्या कभी हमारा ध्यान इस ओर जाता है कि हमारा होने वाला जीवनसाथी यौन रूप से स्वस्थ है या नहीं?
एक यौन कर्मी को सुरक्षित सेक्स करने का अधिकार नहीं है? 27 साल की अमृता मुंबई में सेक्स वर्कर हैं। उन्होंने अपनी आपबीती सुनाते हुए हमें बताया कि कैसे उनके साथ हुई एक घटना के बाद पहली बार उन्हें उनके अधिकारों के बारे में पता चला।
एचआईवी / एड्स के लिए निकट भविष्य में कोई इलाज नहीं नज़र आ रहा हैI फ़िर 2030 तक इसे नियंत्रण में लाने की उम्मीद है। लेकिन इससे पहले ड्रग्स और वैश्यावृति को वैद्य करना ज़रूरी है...और हमदर्दी दिखाने में भेदभाव को कम करना भीI इस हफ़्ते के 'सेक्स इन द प्रेस' में आपके लिए और भी रोचक खबरें हैं
हमने एचआईवी/एड्स को लेकर प्रचलित मिथ्याओं को तोड़ना शुरू किया कुछ हफ्ते पहलेI लेकिन बहुत सारे और भी मिथ्या और गलत धारणाएं हैं जो इससे जुडी हैंI तो इस हफ्ते हम और भी मिथ्या तोड़ेंगे और आप तक पहुचाएंगे सही जानकारीI हम चाहते हैं की आपको वो सारी जानकारी दे सकें जो आपको सुरकहित रखने में पुरी मदद करेI