आंटी जी कहती हैं... वाह वाह वाह, क्या प्रेम कहानी है! इसे कहते हैं नए ज़माने का रोमियो! हीरो तू भी कमाल है...
क्या यह सही है?
सौ बात की एक बात जो आंटी जी कहना चाहती हैं, "ओये गुरिंदर तेरा दिमाग कहाँ है, ओये? एक तरफ़ तू कहता है कि उससे प्यार करता है और दूसरी तरफ़ उसके एक लड़के से बात करने भर से तुझे परेशानी हो रही हैI तेरे प्यार का कोई आधार नहीं है क्या? किस पर विशवास नहीं है, गर्लफ्रेंड पर या खुद पर?
बेटा जी ए वी कोई गल हुई? चल एक बार अगर मैं मान भी लूं कि वो एक लड़के से मिलजुल रही है तो अव्वल तो यह कि तुझे कैसे पता कि वो दोस्त से बढ़कर कुछ और है? क्या कारण है तेरे पास जो उस पर ऐसे शक़ कर रहा है?
अपने गिरेबान में झाँक
पहले यह पता लगा कि तुझे ऐसा क्यों लग रहा है? कहीं तू खुद एक दक़ियानूसी, बोरिंग और ईर्ष्यालु बॉयफ्रेंड तो नहीं है? क्या तुझे विश्वास है कि तू अपनी गर्लफ्रेंड में कोई ना कोई 'सुधार' करने की कोशिश तो नहीं करता? पहले यह देख परेशानी का कारण क्या हैI क्यों तुझे इस लड़के से दिक्कत हो रही है? कही ऐसा तो नहीं कि तुझे उसका इस लड़के से नहीं बल्कि किसी भी लड़के से बात करना पसंद नहीं?
जवाब तुझे खुद ही मिल जायेगाI देख पुत्तर ऐसा मुमकिन ही नहीं है कि तेरी गर्लफ्रेंड या जीवनसाथी किसी भी लड़के से कभी भी बात ना करेंI अगर तुझे तेरी गर्लफ्रेंड का किसी ख़ास लड़के से बात करना या मिलना-जुलना पसंद नहीं तो बात समझ आती है लेकिन अगर तुझे उसके हर लड़के से बात करने से दिक्कत है तो मेरे भाई खोट तुझमें हैI मैं आशा करती हूँ कि तू ऐसा लड़का नहीं होगा, ऐसा तो नहीं है ना?
दो नावों पर सवारी
तू जवान हैI तू हर तरह के लोग फिर चाहे वो लड़का हो या लड़की के साथ बात करता है, मिलता है, घूमने जाता है और काम करता हैI इसमें क्या बुराई है? हमेशा से तू यही चाहता था ना? जब हमेशा से तेरे ख्यालात नए ज़माने वाले रहे हैं तो पुत्तर अब क्या हो गया, यह कैसी घिसी पिटी बातें कर रहा है तू?
वैसे तो तुम लोग बड़ा "नया ज़माना, नया ज़माना" करते हो, अब कहाँ गयी "प्रोग्रेसिव थिंकिंग" (नयी सोच)? हाहाहाहा भई बड़ा मज़ा आ रहा आज तुम्हारी आंटी जी को यह देखकर कि आज के समय में भी तुम लोग ऐसी बातों को लेकर परेशान हो जाते होI
तुम छोटे शहरों के लोगों और मध्यमवर्गीय सोच का मज़ाक बनाते रहते हो, तो अब क्या हो गया? जिस चीज़ के तुम हमेशा ख़िलाफ़ रहे आज वही कर रहे होI आधुनिकता और आज़ादी संभाल नहीं पा रहे हो क्या? तुम्हे स्मार्ट और ज़िंदादिल जीवनसाथी चाहिए होते हैं लेकिन खुद तुम वही पुराने ज़माने के पुरुष बनकर रहना चाहते होI बातें करते हो बराबरी की लेकिन खुद उन बातों पर अमल नहीं कर पातेI
साफ़-साफ़ पूछ
यह भी हो सकता है कि शायद उसे सचमुच वो लड़का पसंद हो और वो तुझे छोड़ना चाहती होI थोड़ी देर के लिए इस कुढ़न से बाहर निकलकर उन बातों पर ध्यान दे, शायद जिनकी वजह से तेरी गर्लफ्रेंड का मन बदल गया है! क्या तुझे लगता है कि वो आजकल तुझसे अजीब तरीके से पेश आती है? क्या तुझसे बातें छुपाती है? जब वो किसी और लड़के से बात करती है तो क्या उसका लहज़ा और बात करने का तरीका अलग होता है?
बेटा, अच्छा होगा कि तू उससे साफ़ साफ़ सब कुछ पूछ ले लेकिन पूछने से पहले उन चीज़ों की एक सूची तैयार करले जिनसे तुझे परेशानी हो रही हैI हो सकता है वो इन सब बातों से इंकार करें लेकिन उस लड़के को लेकर तेरे मन में जो भी डर है उसे तू अपनी गर्लफ्रेंड को बता देI अगर वो तुझे यह आश्वासन दे कि उसके और लड़के के बीच में कुछ नहीं है तो फ़िर तू भी उस बात को अपने दिमाग से निकाल देनाI
एक बात का ध्यान रखना, कि तू जो भी करना बस जासूस बनकर उसके बैग, मोबाइल फ़ोन और कंप्यूटर को मत टटोलनाI यह बड़ी छिछोरी बातें हैं बेटा और मैं समझती हूँ कि तू इस हद तक नहीं गिरेगा! वैसे भी अगर वो कुछ छुपा रही हैं तो सच एक ना एक दिन सामने आ ही जायेगा, क्यूँ? लेकिन जब तक तुझे पूरा विश्वास न हो जाये तब तक सिर्फ 'शक़' की बनाह पर अपना रिश्ता मत खराब करI भरोसा रख बेटा, प्यार में बड़ी शक्ति हैI
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आंटी जी कहती हैं... वाह वाह वाह, क्या प्रेम कहानी है! इसे कहते हैं नए ज़माने का रोमियो! हीरो तू भी कमाल है...
क्या यह सही है?
सौ बात की एक बात जो आंटी जी कहना चाहती हैं, "ओये गुरिंदर तेरा दिमाग कहाँ है, ओये? एक तरफ़ तू कहता है कि उससे प्यार करता है और दूसरी तरफ़ उसके एक लड़के से बात करने भर से तुझे परेशानी हो रही हैI तेरे प्यार का कोई आधार नहीं है क्या? किस पर विशवास नहीं है, गर्लफ्रेंड पर या खुद पर?
बेटा जी ए वी कोई गल हुई? चल एक बार अगर मैं मान भी लूं कि वो एक लड़के से मिलजुल रही है तो अव्वल तो यह कि तुझे कैसे पता कि वो दोस्त से बढ़कर कुछ और है? क्या कारण है तेरे पास जो उस पर ऐसे शक़ कर रहा है?
अपने गिरेबान में झाँक
पहले यह पता लगा कि तुझे ऐसा क्यों लग रहा है? कहीं तू खुद एक दक़ियानूसी, बोरिंग और ईर्ष्यालु बॉयफ्रेंड तो नहीं है? क्या तुझे विश्वास है कि तू अपनी गर्लफ्रेंड में कोई ना कोई 'सुधार' करने की कोशिश तो नहीं करता? पहले यह देख परेशानी का कारण क्या हैI क्यों तुझे इस लड़के से दिक्कत हो रही है? कही ऐसा तो नहीं कि तुझे उसका इस लड़के से नहीं बल्कि किसी भी लड़के से बात करना पसंद नहीं?
जवाब तुझे खुद ही मिल जायेगाI देख पुत्तर ऐसा मुमकिन ही नहीं है कि तेरी गर्लफ्रेंड या जीवनसाथी किसी भी लड़के से कभी भी बात ना करेंI अगर तुझे तेरी गर्लफ्रेंड का किसी ख़ास लड़के से बात करना या मिलना-जुलना पसंद नहीं तो बात समझ आती है लेकिन अगर तुझे उसके हर लड़के से बात करने से दिक्कत है तो मेरे भाई खोट तुझमें हैI मैं आशा करती हूँ कि तू ऐसा लड़का नहीं होगा, ऐसा तो नहीं है ना?
दो नावों पर सवारी
तू जवान हैI तू हर तरह के लोग फिर चाहे वो लड़का हो या लड़की के साथ बात करता है, मिलता है, घूमने जाता है और काम करता हैI इसमें क्या बुराई है? हमेशा से तू यही चाहता था ना? जब हमेशा से तेरे ख्यालात नए ज़माने वाले रहे हैं तो पुत्तर अब क्या हो गया, यह कैसी घिसी पिटी बातें कर रहा है तू?
वैसे तो तुम लोग बड़ा "नया ज़माना, नया ज़माना" करते हो, अब कहाँ गयी "प्रोग्रेसिव थिंकिंग" (नयी सोच)? हाहाहाहा भई बड़ा मज़ा आ रहा आज तुम्हारी आंटी जी को यह देखकर कि आज के समय में भी तुम लोग ऐसी बातों को लेकर परेशान हो जाते होI
तुम छोटे शहरों के लोगों और मध्यमवर्गीय सोच का मज़ाक बनाते रहते हो, तो अब क्या हो गया? जिस चीज़ के तुम हमेशा ख़िलाफ़ रहे आज वही कर रहे होI आधुनिकता और आज़ादी संभाल नहीं पा रहे हो क्या? तुम्हे स्मार्ट और ज़िंदादिल जीवनसाथी चाहिए होते हैं लेकिन खुद तुम वही पुराने ज़माने के पुरुष बनकर रहना चाहते होI बातें करते हो बराबरी की लेकिन खुद उन बातों पर अमल नहीं कर पातेI
साफ़-साफ़ पूछ
यह भी हो सकता है कि शायद उसे सचमुच वो लड़का पसंद हो और वो तुझे छोड़ना चाहती होI थोड़ी देर के लिए इस कुढ़न से बाहर निकलकर उन बातों पर ध्यान दे, शायद जिनकी वजह से तेरी गर्लफ्रेंड का मन बदल गया है! क्या तुझे लगता है कि वो आजकल तुझसे अजीब तरीके से पेश आती है? क्या तुझसे बातें छुपाती है? जब वो किसी और लड़के से बात करती है तो क्या उसका लहज़ा और बात करने का तरीका अलग होता है?
बेटा, अच्छा होगा कि तू उससे साफ़ साफ़ सब कुछ पूछ ले लेकिन पूछने से पहले उन चीज़ों की एक सूची तैयार करले जिनसे तुझे परेशानी हो रही हैI हो सकता है वो इन सब बातों से इंकार करें लेकिन उस लड़के को लेकर तेरे मन में जो भी डर है उसे तू अपनी गर्लफ्रेंड को बता देI अगर वो तुझे यह आश्वासन दे कि उसके और लड़के के बीच में कुछ नहीं है तो फ़िर तू भी उस बात को अपने दिमाग से निकाल देनाI
एक बात का ध्यान रखना, कि तू जो भी करना बस जासूस बनकर उसके बैग, मोबाइल फ़ोन और कंप्यूटर को मत टटोलनाI यह बड़ी छिछोरी बातें हैं बेटा और मैं समझती हूँ कि तू इस हद तक नहीं गिरेगा! वैसे भी अगर वो कुछ छुपा रही हैं तो सच एक ना एक दिन सामने आ ही जायेगा, क्यूँ? लेकिन जब तक तुझे पूरा विश्वास न हो जाये तब तक सिर्फ 'शक़' की बनाह पर अपना रिश्ता मत खराब करI भरोसा रख बेटा, प्यार में बड़ी शक्ति हैI
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