खतना कई कारणों से किया जाता है।
इसका संबंध किसी खास धर्म, जातीय (एथ्निक समूह) या जनजाति से हो सकता है। माता-पिता अपने बेटों का खतना, साफ-सफाई या स्वास्थ्य कारणों से भी करा सकते हैं।
विश्व में पुरुष खतना का अनुपात
विश्व स्वास्थ्य संगठन का अनुमान है कि पूरे विश्व के 30 प्रतिशत पुरुषों का खतना हुआ है। कुछ समुदायों जैसे कि यहूदियों और मुसलमानों के लगभग सभी पुरुषों का खतना किया जाता है।
खतना कराने के क्या फायदे हैं?
जिन पुरुषों का खतना नहीं किया गया है, उनकी तुलना में खतना कराए पुरुषों में इन बातों का कम जोखिम होता हैः
वैज्ञानिकों का मानना हैं कि खतना किए गए पुरुषों में संक्रमण का कम जोखिम होता है क्योंकि लिंग की आगे की चमड़ी के बिना कीटाणुओं के पनपने के लिए नमी वाला माहौल नहीं मिलता है।
एक मान्यता यह है कि खतना किए गए लिंग का मुंड कम संवेदनशील होता है, इसलिए पुरुष वीर्यपात से पहले अधिक समय तक संभोग (सेक्स) कर सकते हैं।
खतना कराने के क्या नुकसान हैं?
किसी सुव्यवस्थित अध्ययन से यह पता नहीं चला है कि खतना किए जाने से आपके सेक्स जीवन पर कोई बुरा असर पड़ता है।
फिर भी कुछ लोग मानते हैं कि खतना करना एक हिंसक कार्य है और किसी लड़के या पुरुष के शरीर के लिए नुकसानदायक है।
उदाहरण के तौर पर द रॉयल डच मेडिकल सोसायटी (केएनएमजी) किसी स्वास्थ्य कारण के बिना किए गए खतना को मानता है कि यह ‘‘बच्चे के जीवन की स्वतंत्रता और शारीरिक एकीकरण अधिकारों का हनन है।’’ सोसायटी का कहना है कि आपरेशन करने से जटिलताएं होने का अनावश्यक जोखिम हो जाता है।
अंततः, कुछ बिना खतना करवाए लोग अपने लिंग की आगे की चमड़ी होने से बहुत खुश है।