आंटीजी कहती हैं...ओ मेरी बेटी, ज़रा सा सबर कर और मेरी बात एक मिनट सुन ले। एक गिलास ठंडा पानी पी!
पहले हकीकत
तुझे कैसे पता की तू प्रेग्नेंट, मतलब गर्भवती है? नहीं पता ना? तो पहले मैं तुझे ज़रा कुछ जानकारी दे दूँ। तेरी टोन सुनकर मुझे ये समझ आ गया है की तेरे मन में बहुत ज़्यादा डर है और तेरा डर गलत नहीं है। लेकिन बेटा सीधी बात है। अगर तेरे बॉयफ्रेंड ने योनि के अंदर वीर्य स्खलित ना किया हो, तू प्रेग्नेंट नहीं हो सकती। और अगर अंदर स्खलन हुआ हो तो भी ज़रूरी है कि तेरा ओवलटिंग या अण्डोत्सर्ग इस दौरान चालू हो, मतलब कि तू अपने माहवारी के बीच में हो और अंडे का शुक्राणु से मिलन हो। प्रेग्नेंट होने के लिए इस सब का होना आवश्यक है।
तो बेटे ज़रा ठीक से सोच और याद कर कि क्या ये सब संभावनाएं हैं या नहीं?
टेस्ट
इस बात कि तसल्ली करने का आसान तरीका है टेस्ट करना। मुझे मालूम है कि टेस्ट सोच कर तुझे घबराहट हो रही होगी लेकिन यही सबसे विश्वसनीय तरीका है बेटा। इस बात को कितने दिन हो गए हैं? अगर 10 दिन से ज़्यादा हो चुकें हैं तो जल्द से जल्द केमिस्ट के पास जाकर प्रेग्नेंसी किट ले या अपने बॉयफ्रेंड को ये किट लेकर आने को बोल। टेस्ट का रिजल्ट आसानी से इस संदेह और डर को दूर कर देगा।
अब डर इस बात का है कि अगर टेस्ट का रिजल्ट पॉजिटिव आया तो क्या? सबसे पहले अपने बॉयफिरेँड के मुह पर 2 थप्पड़ मारना। और क्यूंकि मैं मानती हूँ कि तू इस प्रेग्नेंसी के लिए तैयार नहीं है इसलिए इसके बाद जल्द एक अच्छे डॉक्टर या क्लिनिक कि मदद ले। तुरंत।
अपने इस बॉयफ्रेंड को हर जगह अपने साथ लेकर जा क्यूंकि ज़िम्मेदारी उसकी भी है। हो सकता है कि एबॉर्शन केवल दवाइयों कि मदद से हो जाये। घबरा मत बेटा, पहले सही जानकारी जुटाना ज़रूरी है।
डगमगाहट
अब मुझे एक बात बता बेटा, तू करना नहीं चाहती थी और उसने दबाव डाला। और तूने क्या किया? उस दबाव में ये कदम उठा लिया। वो भी बिना किसी सुरक्षा के , कंडोम तक नहीं! ये क्या बात हुई बेटा? तुझे इसे इतने हलके में नहीं लेना चाहिए था बिटिया। नहीं?
असुरक्षित सेक्स से जुड़े परिणामो का असर वैसे तो दोनों पर होता है, लेकिन महिला के शरीर को अधिक झेलना पड़ता है। ये बात तू अब अच्छी तरह समझ रही होगी।
उसके हिसाब से...
और रही बात तेरे इस दबाव वाले हीरो कि, कई बार हम इमोशनल ब्लैकमेल के चक्करों में पड़ के अपने आप को मुसीबत में डाल लेते हैं। तो बेटे इस बारे में फैसला तुझे खुद करना होगा।
मेरा मानना है कि इस तरह के दबावों कि गंभीर और सुलझे हुए रिश्तों में कोई जगह नहीं हो सकती। अब तुझे तय करना है कि तू इसे कैसे बदलेगी, लेकिन बदलना ज़रूरी है। इस बातचीत से पीछे मत हटना।
साथ ही, जो उलझन तेरे दिल, दिमाग और शरीर में है उसके बारे में तेरा बॉयफ्रेंड क्या कर रहा है। तू इतनी घबराई हुई है, वो कहाँ है? ज़िम्मेदारी तो उसकी भी है ना बेटा। क्या उसे समझ आ रहा है? और क्या तुझे ये सब दिखाई दे रहा है?
कंट्रोल
तो शुरवात यही से कर। अपने आप को इस घटना के लिए खत्म मत कर- इसका हल ढूंढ और आगे बढ़ो। ध्यान रख बेटा, ये शरीर तेरा है और इसके बारे में फैसला लेने का अधिकार भी सिर्फ तेरा है...
तू सेक्स नहीं करना चाहती थी फिर भी तूने किया। मुझे पता है कई बार हम प्यार के लिए कमज़ोर पड़ जाते हैं। लेकिन वजह प्यार हो या हवस, सुरक्षित सेक्स ना इस्तेमाल करने कि कोई भी दलील असरदार नहीं है। अपने आप पर नियंत्रण प्यार के जितना ही ज़रूरी है, बात सिर्फ सेक्स कि नहीं है।
पहचान की रक्षा के लिए, तस्वीर में व्यक्ति एक मॉडल है और नाम बदल दिए गए हैं।
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