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बैक्टीरियल वेजिनोसिस

 बैक्टीरियल वेजिनोसिस (बी.वी.) आमतौर पर महिलाओं पर असर डालता है। ऐसा तब होता है जब योनि के जीवाणुओं का सामान्य संतुलन, ‘हानिकारक’ जीवाणुओं (बैक्टीरिया) के बढ़ने से बिगड़ जाता है

वास्तव में यह यौनसंचारित रोग नहीं है। लेकिन सेक्स करने से आपको इसकी होने की संभावना बढ़ जाती है। साथ ही बी.वी. होने पर किसी एचआईवी संक्रमित व्यक्ति के साथ असुरक्षित सेक्स करने से आपको एचआईवी होने का जोखिम बढ़ जाता है। इसीलिए इसको एसटीडी खंड में शामिल किया गया है।

बैक्टीरियल वेजिनोसिस कैसे होता है?

आपको बैक्टीरियल वेजिनोसिस ऐसी गतिविधियों से हो सकता है जिससे योनि के जीवाणुओं का प्राकृतिक संतुलन बिगड़ जाता है। ऐसी ही एक गतिविधि सेक्स करना भी है। लेकिन ऐसी दूसरी भी गतिविधियां हैं जिससे इसके होने का जोखिम बढ़ जाता है।

इन गतिविधियों में शामिल हैं:

  • कठोर साबुन का प्रयोग करना
  • डूश लेना
  • बहुत देर तक टैम्पॉन अंदर छोड़ देना
  • कुछ खास गर्भनिरोधकों जैसे कि डायफ्राम का प्रयोग करना
  • किसी नए साथी या कई साथियों के साथ सेक्स करना

टायलेट सीट, तरण ताल (स्वीमिंग पूल) या बिस्तरों से आपको बी.वी. नहीं होता।

बैक्टीरियल वेजिनोसिस से आप कैसे बच सकती हैं?

बैक्टीरियल वेजिनोसिस तथा इसके बचाव के बारे में अभी बहुत कुछ जानना बाकी है।
जितनी जानकारी है, उसके आधार पर कहा जा सकता है कि यह उन व्यवहार से संबंधित है जिससे योनि के जीवाणुओं का संतुलन बिगड़ जाता है।

इसलिए बैक्टीरियल वेजिनोसिस से बचने के लिए आप निम्नलिखित उपाय कर सकती हैं:

  • कठोर साबुन या योनि में डूश के प्रयोग से बचें
  • साफ पानी और शुन्य पीएच वाले साबुनों का प्रयोग करें
  • टैम्पॉन की बजाय सेनिटरी पैड का प्रयोग करें
  • डायाफ्राम जैसे गर्भनिरोधकों के प्रयोग से बचें
  • कम साथियों के साथ यौन संबंध बनाएं

हालांकि इन सावधानियों के बावजूद आपको बैक्टीरियल वेजिनोसिस होने की संभावना बनी रहती है।

 

बैक्टीरियल वेजिनोसिस के लक्षण क्या हैं?

      बैक्टीरियल वेजिनोसिस या बी.वी. से पीडि़त अधिकांश महिलाओं में कोई लक्षण नज़र नहीं आते हैं। क्योंकि अधिकांश महिलाओं में इस तरह के जीवाणुओं का         बढ़ना कोई नुकसान पहुचाने वाला नहीं होता है। किंतु कुछ महिलाओं में इसके तकलीफदेह लक्षण नज़र आते हैं।

  • योनि से दूधिया या मटमैले रंग का स्राव
  • योनि से तेज बदबू, कभी-कभार सड़ी हुई मछली जैसी गंध
  • पेशाब करते समय दर्द
  • योनि के बाहर की ओर खुजली
  • भगोष्ठ और योनि के बाहरी भाग में लाली और सूजन

यदि आप बैक्टीरियल वेजिनोसिस का कोई इलाज नहीं कराती हैं तो क्या होता है?

यदि आप बैक्टीरियल वेजिनोसिस का कोई इलाज नहीं कराती हैं तो आम तौर पर यह आपके लिए कोई गंभीर स्वास्थ्य समस्या नहीं बनता।
बी.वी. का इलाज नहीं कराने से समस्या तब आती है जब आप किसी एचआईवी संक्रमित व्यक्ति के साथ असुरक्षित सेक्स करती हैं। तब आपको एचआईवी होने का जोखिम बढ़ जाता है। और यदि आप जेनिटल हर्पीज़, गोनोरिया और क्लैमिडिया से संक्रमित किसी व्यक्ति के साथ असुरक्षित सेक्स करती हैं तो बिना इलाज किए बी.वी. से इन यौनसंचारित रोगों के होने का जोखिम भी बढ़ जाता है।

बैक्टीरियल वेजिनोसिस की जांच कैसे कराएं?

कोई डाक्टर या स्वास्थ्य कर्मी आपको बैक्टीरियल वेजिनोसिस के लक्षण होने की जांच कर सकता है। कभी-कभार हो सकता है स्वैब से सैम्पल लेकर जांच के लिए प्रयोगशाला में भेजा जाए।

बैक्टीरियल वेजिनोसिस से छुटकारा कैसे पाएं?

यदि आपको बैक्टीरियल वेजिनोसिस हो जाता है तो कभी-कभार यह अपने-आप ठीक हो जाता है। लेकिन यदि ऐसा नहीं होता है तो इसका इलाज ऐंटीबायोटिक्स से किया जा सकता है।

डॉक्टर आपको संभवतः मेट्रोनिडाजोल या क्लिन्डामाइसिन ऐंटीबायोटिक्स दवाएं लिख सकता है। जब आप दवाएं ले रहे हों, तब शराब न पीएं, क्योंकि इससे एंटीबायोटिक दवाएं ठीक से काम नहीं कर सकती हैं, और इससे आपको तकलीफदेह दुष्प्रभाव जैसे कि मितली (उबकाई) महसूस हो सकती है। इस दौरान आपको सेक्स करना भी बंद कर देना चाहिए, क्योंकि इससे बी. वी. फिर से उभर सकता है।