सभी की अंडकोष थैली अलग-अलग तरह की दिखती है। यह बड़ी, छोटी, सिकुड़ी या बिलकुल चिकनी, बाल वाली या बिना बाल के हो सकती है।
अक्सर एक अंडकोष, दूसरे से कुछ नीचे लटकता है और कभी-कभार उनका आकार भी अलग-अलग होता है।
टेस्टोस्टेरोन
अंडकोष की थैली के अंदर दो अंडकोश होते हैं। आपके अंडकोष लाखों छोटे शुक्राणु कोशिकाएं पैदा करते हैं और उन्हें सुरक्षित रखते हैं।
वे टेस्टोस्टेरोन भी बनाते हैं, एक ऐसा हार्मोन जिसके कारण लड़के शुक्राणु पैदा करते हैं और उनकी मांसपेशियां मज़बूत बनती हैं, आवाज़ भारी होती है और शरीर पर बाल आते हैं।
एक बात तो निश्चित है कि अंडकोष बहुत अधिक संवेदनशील होते हैं और आसानी से उनको नुकसान पहुंच सकता है। इसलिए आपको एक सलाह दी जाती है कि किसी को भी उस जगह पर चोट न पहुंचाएं।
तापमान
जब ठंड होती है, तो आपके अंडकोष की थैली सिकुड़ जाती है। जब गर्मी होती है, तो आपके अंडकोष की थैली बढ़ जाती है।
ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि शुक्राणु बनाने के लिए आपके अंडकोषों को एक निश्चित (सटीक) तापमान पर होना ज़रूरी होता है - आपके बाकी शरीर के तापमान से थोड़ा कम।
इसलिए जब ठंड होती है तो अंडकोष की थैली आपके अंडकोषों को दबाकर आपके शरीर के नज़दीक कर देती है जिससे कि वे गर्म रहें, और जब गर्मी होती है तो अंडकोष की थैली अंडकोषों को नीचे लटका देती है जिससे कि वे ठंडे रहें। यह सब आपके नियंत्रण में नहीं होता।
पुरस्थ ग्रंथि (प्रोस्टेट)
पुरस्थ ग्रंथि, पुरुष जनन अंगों का एक हिस्सा है। यह वह ग्रंथि है जो वीर्य में रंगहीन द्रव पैदा करती है। यह एक छिले हुए अखरोट जितनी बड़ी हो सकती है।
आप एक उंगली से गुदा की दीवारों के सहारे पेट की ओर लगभग पांच से.मी. अंदर पुरस्थ ग्रंथि को महसूस कर सकते हैं।
कुछ लोगों को सेक्स करते समय इस प्रकार पुरस्थ ग्रंथि के छूए जाने पर यौन आनंद महसूस होता है।