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क्या मुझे अपने बॉय फ्रेंड के साथ सेक्स करना चाहिए?

Submitted by Auntyji on सोम, 10/21/2013 - 07:30 पूर्वान्ह
सवाल: मैं और मेरा बॉय फ्रेंड पिछले 6 महीने से एक साथ साथ सम्बन्ध में हैं। अभी पिछले कुछ दिनों से हमने सेक्स के बारे में बात-चीत करना शुरू किया है। हम दोनों सेक्स करने की इच्छा रखते हैं, लेकिन हमें पता ही नहीं की हम सेक्स की शुरुवात कैसे कर सकते हैं, और मुझे यह भी डर है की मैं कहीं गर्भवती ना हो जाऊ।

मेरे दोस्त अलग-अलग तरह की बातें करते हैं - कुछ का कहना है की वो करो जो तुम्हारा दिल कहता है, और दूसरों का कहना है की शायद यह जल्दबाज़ी होगी। आंटी जी, प्लीज़ मेरी मदद करिए! मैगी (17 ), बैंगलोर

आंटी जी का कहना है...ऊ हो, बेटा जी एक बात तो साफ़ है, तू उतनी आवेगशील और स्वाभाविक नहीं है जितना की दो मिनट में बनाने वाली मैगी नूडलस, है ना? तू तो ढंग से सोचने वाली मैगी है।

प्रभावशाली

देख, मुझे तुम जवान लोगों की यही बात तो पसंद आती है। तुम लोग अपना दिमाग इतना ठंडा रख पाते हो, कितनी समझदारी दिखा पाते हो। काश की बड़ी उम्र के लोग भी तुम्हारी तरह समझदार हो पाते और तुमसे सीख पाते। तो बेटा जी, सबसे ज़रूरी बात यह है की तू और तेरा बॉय फ्रेंड एक दुसरे से बात करते हो। ये बहुत ही बढ़िया बात है पुत्तर, क्यूंकि तुम खुल कर एक दुसरे से अपनी सेक्स से जुड़ी अपेक्षाओं की बातें कर पाते हो!

सेक्स से जुडी उम्मीदें

ह्म्म्म, तो तुम दोनों सेक्स करना चाहते हो, है ना? ठीक है तो, बस अपने कारण साफ़ रखो। मेरा मतलब है तुम्हारे खुद के कारण जिन वजह से तुम सेक्स करना चाहते हो, वो कारण नहीं जो शायद तुम्हारे दोस्त, आस-पास के लोगों की वजह से कारण बने हैं। ये तुम्हारा रिश्ता है, तुम दोनों का शरीर हैं इसलिए यह तुम दोनों तय करोगे की कब, कैसे और कहाँ तुम क्या करना चाहते हो।

देखो पहली बार सेक्स बहुत चुनौतीपूर्ण हो सकता है, है ना? "क्या मैं ठीक से यह कर पाऊँगा?" क्या मैं ठीक से यह कर पाऊँगी?" "मुझे आखिर करना क्या चाहिए?" अगर मुझे ओर्गास्म (चरमआनंद) नहीं हुआ तो?" बहुत सारे सवाल, और सभी सवाल उचित हैं. और मैं तुझे कोई रेडी-मेड जवाब नहीं दूंगी।

तो, यह है आंटी जी का जवाब तेरे सभी सवालों के लिए:

1 . इतनी जल्दी क्या है?

तुम सेक्स करना चाहते हो? आगे बढ़ो, लेकिन अगर तुम अभी भी असमंजस में हो और सोच रहे हो की करू या नहीं - तो पुत्तर, कुछ समय के लिए तू रुक ही जा। जब तक तेरे दिलो-दिमाग में साफ़-साफ़ हाँ ना आये इसे लेकर तब तक आगे मत बढ़ा। चाहे फिर इसमें कुछ समय ही क्यूँ ना लगे। अपने ऊपर ज़ोर-ज़बरदस्ती मत कर - इसे अपनी गति से ही होने दे। तू समझ रही है ना?

2. तुम वाकई में तैयार हो?

तैयार होने का मतलब यह नहीं की तुम सिर्फ शरीरिक तौर पर तैयार हो, यह जगह, समय, भावनात्मक हालातों को मदे-नज़र रखते हुए मैं तुमसे पूछ रही हूँ। क्या तुम अंजाम क्या हो सकता है - इसके लिए भी तैयार हो? क्या तुम दोनों ने आज तक एक-दुसरे के शरीरों को देखा है? क्या तुमने सोचा है इस बारे में की किसी के सामने नग्न होना कैसा महसूस हो सकता है? तब क्या जब तुम्हे उसके शरीर का कोई हिस्सा वैसा ना लगे जैसा की तूने सोचा है? और अगर तुम्हारा यह पहला अनुभव वैसा ना हो जैसा की तुमने सोचा है? क्या तुम दोनों को कंडोम और उसके इस्तेमाल के बारे में पूरी जानकारी है? क्या आपको पता है की यह कहाँ उपलब्ध हैं? क्या तूने वाकई इन सभी सवालों के बारे में सोचा है? सच में?

3. असल ज़िन्दगी और फ़िल्मी

अधिकतर, कार के पीछे की सीट पर पहली बार सेक्स का किस्सा या स्कूल के बाथरूम में किये सेक्स का अनुभव सुनने में ही ज़्यादा रोमांचक लगता है, लेकिन शायद असल में होता नहीं है। पुत्तर, मैं सिर्फ यह कह सकती हूँ, शायद तू यह सोच कर वापस आये, "बस यही होता है सेक्स? इसमें क्या बड़ी बात है?"

दोस्तों के फंडे

शायद तुम्हारे दोस्तों के फंडे उथल-पुथल हो गए हैं। मुझे तो आज तक समझ नहीं आया की आखिर दोस्त एक दुसरे के ऊपर कुछ भी करने के लिए इतना दबाव क्यूँ डालते हैं। अब यह तो सच नहीं हो सकता ना की सभी का पहला सेक्स अनुभव बहुत ही रोमांचक और संतुष्ट भरा रहा हो - लेकिन फिर भी एक दुसरे के सामने इस बात की हींगे लोग बहुत हांकते हैं। और ज़बरदस्ती बाकियों को सेक्स के लिए उकसाते भी हैं। शायद इसलिए क्यूंकि उन्हें लगता है की अगर उनका अनुभव अच्छा नहीं रहा तो बाकि किसी का भी अच्छा ना रहे। ये तो वही बात हुई के - हम सेक्स अनुभव से नाखुश लोगों की टोली हैं - आओ तुम भी हमारा हिस्सा बन जाओ!' ऐसा है की बेटा जी, ऐसे दोस्त को तुम करदो टा-टा, बाय-बाय

आराम से

तो सुन मेरी मैगी पुत्तर, जल्दबाज़ी ना कर और हाँ ज़बरदस्ती किसी दबाव में भी मत आना। वही कर जो तुम्हे ठीक लगता है और जो भी कर सोच-समझ के कर। एक दुसरे के शरीर के बारे में भी जानो, एक दुसरे की इच्छाएं, कल्पनाएँ और फिर चीज़ें अपने-आप आगे बढती दिखेंगी। और इसका मातब यह नहीं की तुम-दोनों के बीच सम्भोग होगा ही। और यह कोई बढ़-चढ़कर बोलने वाली बात भी नहीं है। यह एक अच्छी, आप दोनों को ख़ुशी देने वाली वो चीज़ है, वो एहसास है जो आप अपने ख़ास साथी के साथ बाँटते हैं।

आखिर में सबसे ज़रूरी बात, एक दुसरे के साथ खुश रहिये और बात-चीत ज़ारी रखिये। और हाँ, सेक्स के बारे में सब कुछ समझाने के लिए हम हैं ना यहाँ लव मैटर्स पर - तो यहाँ पढ़

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