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प्रोनोग्राफी: क्या करें और क्या नहीं

पोर्न आपकी कामोत्तेजना बढ़ा सकता है, चाहे खुद आपके स्वयं-सुख के लिए या आपके साथी के साथ सेक्स के लिए। तो आप पोर्न से क्या फायदा पा सकते है या क्या नुक्सान हो सकते हैं पोर्न देखने के? ज़यादा जानकारी के लुए आगे पढ़िए...

क्या करें…

  • …इसे कानूनी रखिये

भारत सरकार और भारतीय टेलीकॉम डिपार्टमेंट ने काफी कोशिश करी है कुछ पोर्नोग्राफी वेबसाइट पर प्रतिबन्ध लगाने कि। क्यूंकि पोर्न देखना भारत में कानूनी है लेकिन पोर्न साहित्य या फिल्में बनाना गैर-कानूनी है।

ऐसी वेबसाइट ना देखिये जिनमे बच्चों का शारीरिक शोषण होते दिखाया जा रहा हो। बाकी वेबसाइट देखना ना देखने का निर्णय आपका है।

  • …अपने साथी के साथ पोर्न देखना

आजकल काफी सारे युगल साथ में पोर्नोग्राफी देखना पसंद करते हैं, ऐसा कुछ शोध में पाया गया है। एक साथ प्रोनोग्राफी देखना आपकी सेक्स लाइफ को मसालेदार और मज़ेदार बनाने में मदद कर सकती है। पोर्न आपकी सोच को कामोत्तेजित करके आपके साथी के साथ आपकी शारीरिक प्रक्रिया को मज़ेदार बना सकता है। महिलाओं कि पसंद वाले पोर्न फिल्में अपने साथी के साथ देखने कि कोशिश करिये, जो आप दोनों कि सेक्स लाइफ में मज़ा घोल सके।

  • …अपना ब्राउज़र हिस्ट्री साफ़ करिये

अपने ब्राउज़र पर से पहले देखि गयी वेबसाइट को हटा दीजिये, ताकि अगर कोई और आपके कम्प्यूटर का इस्तेमाल करे तो वो ना देख पाये कि आपने कौन सी वेबसाइट देखी हैं। क्यूंकि बार यह आपको लज्जाजनक स्थिति में भी ला सकती है। आप ऐसा 'इन-प्राइवेट ब्राउज़िंग' पर जाकर कर सकते हैं, जो कि इंटरनेट एक्सप्लोरर और फायरफॉक्स दोनों पर आपको मिलेगी। गूगल क्रोम के लिए आप 'इन्कॉग्नितो मोड' पर जा सकते हैं और पिछली वेबसाइट जो अपने देखि हैं उनको हटा सकते हैं।

लेकिन प्राइवेट ब्राउज़िंग आपको इंटरनेट पर गुमनाम नहीं बनाएगी। और हाँ, अगर कोई फ़ाइल आपने डाउनलोड करी हैं तो वो आपके कंप्यूटर पर रहेगी।

अगर आप अपने कंप्यूटर पर फ़ाइल स्टोर करते हैं तो उनको खोलने के लिए पासवर्ड का इस्तेमाल करिये, ताकि कोई और यह फ़ाइल बिना आपकी जानकारी के ना खोल सके।

क्या ना करें…

  • …पोर्न को असल ज़िन्दगी जैसा ना समझे

अधिकतर पोर्न काल्पनिक होती है। असल ज़िन्दगी में लोग वैसे नहीं दिखते जैसे लोग पोर्न फिल्मों में दिखते हैं। और ना ही वैसी हरकतें करते हैंजाइसी उनमें दिखायी जाती है। और ना ही उस तरह से ओर्गास्म होता है जैसा उनमें दिखाया जाता है। तो पोर्न एक तरह से लोगों कि काल्पनिक दुनिया को दर्शाता है, जो कि असल ज़िन्दगी में शायद नहीं होता। इसलिए पोर्न देखकर अपनी असल ज़िन्दगी में अपने साथी से या सेक्स अनुभवों से ये पोर्न फिल्मों जैसी अपेक्षा रखना सही नहीं।

पोर्नो ग्राफी में, पुरुष को लगातार बहुत देर तक महिला के साथ सम्भोग करते हुए दिखाया जाता है, और महिला अलग-अलग आवाज़ें निकलती दिखायी जाती है। महिलाओं के स्तन काफी बड़े दिखाए जाते हैं और उनमें कई बार दिखाया जाता है कि पुरुष वीर्यपात महिला के मुँह पर करता है। यहाँ तक कि पुरुष का लिंग घंटों तक तना हुआ दिखाया जाता है। लेकिन असल ज़िन्दगी में सेक्स इस तरह से नहीं होता।

ऐसा नहीं होना चाहिए कि आप सिर्फ पोर्न देखकर ही उत्तेजित हो सके। और पोर्न देखने से ये अंदाजा भी पुरुष लगा लेते हैं कि महिलाएं सिर्फ उनको संस्तुष्ट करने जैसे सामान कि तरह होती है। ये सोच पुरुष और महिलों के सम्बन्धों को बहुत गलत तरीके से दर्शाती है।

असल ज़िन्दगी में, लगातार अपना लिंग महिला कि योनि में ऊपर-नीचे करते रहने का मतलब यह नहीं कि आपके साथी को ओर्गास्म हो जायेगा। इसलिए असल ज़िन्दगी में पोर्न स्टार बनने कि कोशिश मत करिये!

और सिर्फ इसलिए कि पोर्न स्टार ये सब करने में खुश होते दिखा रहे हैं, तो ऐसा ज़रूरी नहीं कि यह सब करने से आपको और आपके साथी क भी वैसी ही ख़ुशी महसूस हो। ध्यान रखिये कि वो फ़िल्म है और वो जो कर रहे हैं वो असल में महसूस नहीं कर रहे हैं। और हाँ, यह भी याद रखना ज़रूरी है कि कुछ महिलाएं पोर्न फिल्मों में अपनी मर्ज़ी से काम करती हैं लेकिन बहुत सारी महिलाएं ऐसी भी होती है जिनसे जबरन यह काम करवाया जाता है। तो पोर्नोग्राफी कि दुनिया में मपुरी तरह खो जाने से पहले इन सब बातों का ध्यान रखिये।

  •  …पोर्न में दिखायी गयी आक्रामकता मत अपनाइये

पोर्न फिल्मों में सेक्स और अपनी महिला साथी के साथ सम्बन्ध को आक्रामकता भरा दिखाया जाता है। ये ध्यान रखिये कि वो प्रोन स्टार किरदार निभा रहे हैं जिनके लिए यह एक व्यवसाय है। वो जो फिल्मों में कर रहे है वो कमेरे पर उनसे करवाया जा रहा है जिनके उन्हें पैसे दिए जाते हैं। और दिखायी जाने वाली हरकतें असल ज़िन्दगी का नमूना नहीं होती।

सिर्फ पोर्न फ़िल्म देखकर यह मत सोच लीजिये कि आपकी साथी को भी आपका आक्रामकता वाला रूप पसंद आएगा। अगर उसको वो पसंद होगा, तो वो खुद आपको बता देगी इसकिये उनकी पसंद और नापसंद पर ध्यान दीजिये, ना कि जो आपने पोर्न फ़िल्म में देखा हो।

  • …नियम का पालन

अच्छा और संतुष्ट सेक्स तब होता है जब दोनों साथी एक दूसरे के साथ पूरी तरह घुले-मिले हो और एक दूसरे को समझते हों। साथ में एक दूसरे कि पसंद और नापसंद भी पहचानते हों। और यह सब एक दूसरे के बारे में पता लगाने में थोड़ा समय भी लग सकता है। सिर्फ किसी पोर्न फ़िल्म को देखकर उसे एक रूटीन कि तरह अपनी ज़िन्दगी में मत उतारिये। बल्कि अपने साथी कि प्रतिक्रियाओं पर ध्यान दीजिये और आगे बढ़िए। आखिर हर इंसान अलग होता है।

अगर आप और आपका साथी पोर्न देखना पसंद करते हैं तो अच्छी बात है। लेकिन अपनीस एक्स लाइफ और उत्तेजना को पूरी तरह पोर्न पर निर्भर होने से बचाइये। साथ मिलकर एक दूसरे को समझकर अपनी सेक्स लाइफ को मज़ेदार बनाने और रखने कि कोशिश करिये।

क्या आप इस जानकारी को उपयोगी पाते हैं?

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