- कैसे पहचाने मन की बातों को
यह जानना कि हम क्या महसूस कर रहे हैं और क्यों खासा मुश्किल हो सकता है? पेचीदगी तब और बढ़ जाती है जब हम कुछ नया महसूस कर रहे होते हैंI इसलिए यह आवश्यक हो जाता है कि आप अपने साथ थोड़ा समय बितायें और यह जानने की कोशिश करें कि आप क्यों इतना रोमांचक, खुश या उदास महसूस कर रहे हैंI अगर आपके साथी ने कुछ किया है जिससे आप ऐसा महसूस कर रहे हैं तो इस बात पर गौर करें कि ऐसा क्या हुआ था जिससे आप इतने परेशान हो गए और क्यों इस बात से आपको इतना गुस्सा आ रहा हैI जितना बेहतर आप अपने आपको समझेंगे उतना ही आपके लिए आसान होगा अपनी भावनाएं दूसरो के समक्ष प्रकट करनाI
यह इसलिए भी महत्त्वपूर्ण है क्यूंकि अगर आपको पता चल जाये कि आप किस बात से दुखी हैं तो भविष्य में सामान परिस्थिति में शायद आप कुछ अलग करेंI
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अपनी भावनाओं के बारे में आपने साथी से कैसे बात करें
जहाँ अपनी भावनाओं को समझना मुश्किल होता है वही इन्हें दूसरो के साथ बांटना भी असुविधाजनक हो सकता है- जो कि बेहद सामान्य हैI लेकिन आप जितनी ज़्यादा कोशिश करेंगे उतना ही अपनी बात दूसरों को समझाना आपके लिए आसान और प्राकृतिक होता जायेगा। शुरुआत में आप किसी निष्पक्ष विषय को लेकर अपनी राय व्यक्त कर सकते हैं या फ़िर अपने दोस्तों और परिवार वालों के बारे में भी बात कर सकते हैंI और हाँ, किसी का मज़ाक उड़ाने में भी कोई हर्ज़ नहीं हैI
'मुझे माँ के हाथ का खाना बहुत पसंद है - और यह भी कि वो मुझे अपने हाथ से स्वादिष्ट व्यंजन खिलाती हैं'
इससे आपके साथी को पता चल जायेगा कि आप अपनी भावनाएं उन्हें बताते हैं - और यह भी कि वो भी अपनी भावनाएं आपके साथ बाँट सकते हैं
अपने साथी को कैसे बताएं कि आप बहुत खुश हैं
शायद यह बताना कि आप अपने साथी से नाराज़ हैं, आपके लिए आसान होगाI लेकिन जब आप उनकी किसी बात से खुश हो तो यह भी उन्हें बताना ना भूलेंI हर किसी को अपने बारे में प्रशंसा सुनना अच्छा लगता है तो उनके द्वारा की गयी छोटी-छोटी बातों से आपको जो ख़ुशी मिलती है वो भी उन्हें बताएंI
आप जो बताने वाले हैं उसको तीन भागो में बाँट दे, जिससे आपके लिए चीज़ें आसान हो जाएँ:
1. अपनी भावनाएं व्यक्त करें
2. वो क्या बात थी जिससे आप खुश हुए
3. आपको इस बात से इतनी ख़ुशी क्यों हुई
जैसे कि:
मुझे लगा कि मैं तुम्हारे लिए ख़ास हूँ जब तुमने अपने माता-पिता से मुझे यह बोल कर मिलवाया कि मैं तुम्हारा बॉयफ्रेंड हूँI अब मुझे पता है कि हम एक दूसरे के प्रति गंभीर हैंI'
'मैं बहुत खुश हूँ कि हम एक दूसरे के साथ समय बिता सके जिससे हमें एक दूसरे को और जानने का मौका मिलाI'
अपने साथी को यह बताना कि आप उनसे प्यार करते हैं
जब हम किसी से प्यार कर बैठते हैं तो उन्हें यह बात बतानी मुश्किल हो सकती है - खासकर तब जब आपने ऐसा पहले कभी ना महसूस किया हो या फ़िर तब जब आपको पता ना हो कि आपके साथी कि क्या प्रतिक्रिया होगीI
अगर आप अपने साथी के प्रति गंभीर हैं लेकिन पूरी तरह आश्वस्त नहीं है कि यह प्यार है या नहीं तो भी उन्हें बता सकते हैंI
'मैं आपको यह बताना चाहता/चाहती हूँ कि मुझे आप बेहद पसंद हैं और लगता है कि मुझे आपसे प्यार हो जायेगा'
अगर आप इस दौर से गुज़र चुके हैं और पूरी तरह आश्वस्त हैं कि आपको प्यार हो चुका है तो ऐसा समय चुनें जब वहां सिर्फ़ आप दोनों ही हैंI कोशिश करें कि सेक्स करने के एकदम बाद ना बताएं नहीं तो उन्हें लगेगा कि आप सेक्स और प्यार को एक दुसरे से उलझा रहे हैंI हो सके तो उनके साथ सैर पर जाएँ या किसी ऐसे स्थान पर जाएँ जो आप दोनों को पसंद हो - जहाँ और लोग ना होI उसके बाद कुछ ऐसा कहेI
'मैं तुम्हारे साथ बेहद खुश हूँ और तुम मुझे बहुत अच्छा महसूस करवाते होI तुम इतने अच्छे इंसान हो कि मुझे तुमसे प्यार हो गया हैI'
अगर कोई आपको यह कहे तो ज़रूरी नहीं कि आपको भी जवाब में यही कहना है कि आप भी उनसे प्यार करते हैं - खासकर तब जब आप इसके लिए तैयार ना होI उनके प्रति ईमानदार रहे और उन्हें बताएं कि यह जो भी हो रहा है उससे आप बहुत खुश हैं लेकिन आप अभी अपनी भावनाओं को लेकर पूरी तरह आश्वस्त नहीं हैंI आपके साथी को शायद ये अच्छा ना लगे लेकिन उन्हें या अपने आपको झूठ बोलकर कुछ हासिल नहीं होगाI
- अपने साथी की भावनाओं को सुनना
अपनी भावनाएं व्यक्त करना सिक्के का केवल एक पहलू हैI जब आप किसी के साथ होते हैं तो यह ज़रूरी है कि आप अपने साथी की बात भी सुने और समझेI लेकिन अगर आप पहले किसी रिश्ते में नहीं रहे हैं तो यह थोड़ा मुश्किल ज़रूर हो सकता हैI
हमें यही चिंता सताती रहती है कि हमारा साथी हमेंं प्यार करता है कि नहीं लेकिन अगर हम उन्हें कुछ बताएँगे ही नहीं तो हम उनसे यह उम्मीद कैसे रख सकते हैंI तो पहला कदम आप क्यों ना उठाएं? शब्द भी उतने ही महत्त्वपूर्ण हैं जितना कि अपनी भावनाएं उपहारों या अंतरंग होकर व्यक्त करनाI उन्हें अपने आप को व्यक्त करने का पूरा मौक़ा देंI जब वो बात कर रहें हो तो अपना ध्यान पूरी तरह उन्ही की तरफ़ रखेंI अपना फ़ोन ऑफ कर दें, उनकी आँखों में देखें और धैर्य से उनकी बात समझने की कोशिश करेंI
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एक दूसरे की भावनाओं पर कैसे प्रतिक्रिया करें
जब आपका साथी अपने दिल की गहराइयाँ आपके साथ बाँट रहा हो तो सारी बात सुनने के बाद अपने शब्दों में उनकी बात दोहराइए - जिससे उन्हें पता चल जाए कि आपको उनकी बात समझ आ गयी हैI अगर आपका साथी कुछ ऐसी बात बताता है जिससे उन्हें दुःख पहुंचा है तो उनसे पूछें कि क्या उन्हें इस समस्या से निपटने के लिए समाधान की आवश्यकता हैI वो शायद मना कर दें, तो भी उन्हें समझें और इस पर और चर्चा के लिए कोई दूसरा समय ढूंढेंI
और हाँ, अपने साथी की बात सुनने या उन्हें चुप करवाने की जल्दी में ना रहेंI आपकी सारी मेहनत मिट्टी में मिल जायेगीI कई बार लोग कुछ शब्दों और जज़्बातों से इतने विचलित हो जाते हैं कि वो पूरी प्रक्रिया को जल्द समाप्त कर देना चाहते हैंIi यह आपके साथी के लिए अपमानजनक हो सकता है क्यूंकि अपनी बात कहने के लिए उन्होंने भी काफी हिम्मत जुटाई है। एक बार आपने उन्हें अपनी बात कहने का मौक़ा दिया है तो जब तक वो चाहें आप अपना ध्यान उन्ही पर केंद्रित रखेंI
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गलतियां भी होंगी
अपनी गलतियों से सीखने की कोशिश करेंI गलतियों के प्रति यह रवैया रखें कि यह वो अवसर है जब आप अपने और अपने साथी के बारे में और बहुत कुछ जान सकते हैं। और जैसे-जैसे आप एक दूसरे को और बेहतर तरीके से जानेंगे आप दोनों का रिश्ता और गहरा और घनिष्ठ हो जायेगाI
हमें उम्मीद है कि ऊपर लिखे निर्देशों से आप अपने साथी के और करीब आ पाएंगे। इनकी मदद से ना सिर्फ़ आपका रिश्ता मजबूत होगा बल्कि आप दोनों का सेक्स भी बेहतर हो जायेगा। है ना कमाल!