राजी होना
हर किसी को 'नहीं' कहने का हक है।
अगर आप यौन संबंधी कुछ नहीं करना चाहते हैं, तो आपको इनकार करना चाहिए। और अगर दूसरा व्यक्ति इस बात का सम्मान नहीं करता है, तो यह यौन शोषण हो जाता है।
दूसरों की अपेक्षा, विकलांग लोगों को शोषण का ज़्यादा खतरा रहता है। अगर कोई भी इंसान - देखभाल करने वाला, एक दोस्त, या यहां तक कि एक रिश्तेदार - आपकी (कथित) कमज़ोरी का फायदा उठाने की कोशिश करता है और आपकी सहमति के बिना आपको यौन संबंध बनाने के लिए मजबूर करता है, तो यह यौन शोषण या बलात्कार होगा। इसे स्वीकारा नहीं जा सकता। यह पूरी तरह से अपराध है।
आप किसी को चूमना नहीं चाहते हैं तो कहने में कोई हर्ज़ नहीं। ठीक है अगर आप किसी की छुअन नहीं चाहते हैं। ठीक है अगर आप अपने साथी के साथ यौन संबंध नहीं रखना चाहते हैं - भले ही आप शादी शुदा हों, भले ही आप दोनों नंगे हों। अगर आपको 'नहीं' कहने के बाद सेक्स करने के लिए मजबूर होना पड़ता है, तो यह बलात्कार है। यह पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए सच है।
जो आपकी देखभाल करता है वह उन चीजों को करने के लिए आप पर दबाव डाल सकता है जो आप नहीं करना चाहते हैं। कि आप उनके आभारी हैं यह सच नहीं है, और आपको इस भावना से कुछ भी करने की ज़रूरत नहीं है।
अगर आपके अंदर आत्म-सम्मान की कमी है, तो मना करना और भी मुश्किल हो सकता है। शायद आप दूसरे व्यक्ति को निराश नहीं करना चाहते हैं, और आप चाहते हैं कि वे आपको पसंद करें। लेकिन आपको कभी ऐसा महसूस नहीं करना चाहिए कि आपको ऐसा कुछ करना है जिसे आप नहीं करना चाहते हैं। अगर वो इंसान सच में आपकी परवाह करता है, तो वो आपकी मर्ज़ी के खिलाफ नहीं जाएगा।
कुछ लोग मानते हैं कि अगर आप विकलांग हैं तो वे आपके साथ सोकर आप पर एहसान कर रहे हैं'। लेकिन जो भी जो इस तरह सोचता है वो केवल आपकी विकलांगता के बारे में सोच रहा है, न कि आपके व्यक्तित्व के बारे में।
और यह सच नहीं है! आप विकलांग हो सकते हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आप यौन रूप से आकर्षक नहीं हैं। आप जो नहीं चाहते हैं उसे अपनाने के लिए कभी भी बाध्य नहीं हैं, और आप ऐसे साथी के लायक हैं जो आपको अच्छा महसूस कराता है।
यौन शोषण से कैसे निपटें
अगर आपका शोषण हुआ है, तो आपको किसी को बताना होगा। यह बहुत मुश्किल हो सकता है, और हो सकता है कि लोग आप पर विश्वास नहीं करें। किसी ऐसे इंसान से बोलना सबसे अच्छा है जिस पर आप भरोसा करते हैं और जानते हैं कि वह मददगार होगा।
इसके बारे में बात करना जितना असहज होगा, इसको सबके सामने लाना सबसे अच्छा है। ऐसा करने से आपको इससे बाहर निकलने में न केवल मदद मिल सकती है, बल्कि आप दूसरे लोगों को एक ही शोषक से बचा भी सकते हैं।