जिस साथ पर आपको पुरा भरोसा था कि वो ज़िंदगी भर का है, उसे ही त्याग देना काफी चुनौतीपूर्ण हो सकता हैI आप अभी भी एक दिन के खुश शादीशुदा जीवन के सपने को पकडे रखना चाहते है। सबसे बड़ी बात, तलाक को एक सामाजिक कलंक माना जाता है जिससे कारण बहुत से दंपत्ति मजबुरन एक नाखुश रिश्ते में बने रहते हैंI
तलाक होने के शुरुआती संकेत
लेकिन कभी -कभी ये धारणाएं गलतफहमी पैदा कर सकती है। कई ऐसी शादियां है, जिनका अंजाम अच्छा होता है। यदि आप अपनी शादी से परेशान है और तलाक के शुरुवाती संकेतों के बारे में सोच रहे हैं, तो यहाँ आपके लिए कुछ महत्वपूर्ण संकेत दिए गए है :
●आप छ: महीने से अधिक समय से एक दूसरे से अलग रह चुके है और आपको लगता है की यह आपके लिए अच्छा है। आप अकेले ही खुश है और आपको अपने जीवन को पूरा करने के लिए अपने साथी के साथ की जरुरत नहीं है।
●आप एक या दोनों की तरफ से, आपकी शादी में हिंसा और शोषण का इतिहास रहा है।
● आपने कपल थेरेपी (युगल परामर्श) की कोशिश की और इससे कोई काम नहीं बना।
● आपका साथी बहुत बुरा बर्ताव करता है और उसमें सुधार के कोई संकेत नहीं है।
● आप या आपका साथी अपनी शादी में वफादार नहीं हैंI आप अब वफादारी निभा नहीं सकते और इस शादी में रहने का ख्याल आपको असहज करता है।
●आप अपने साथी से बातचीत नहीं करते है। आपको अपनी शादी और जीवन के बारे में सामान्य चर्चा किए हुए काफी समय हो गया है। आप एक दूसरे से बातें भी छिपाते हैंI
● आप जब भी एक दूसरे से बातचीत करते है, अंत में बातचीत झगड़े में बदल जाती है।
● आपमें आपसी विश्वास और सम्मान की कमी है।
●आपने अपने निजी इच्छाओं को छोड़ दिया है क्योंकि आपके साथी को वो उचित नहीं लगती है।
●आप और आपका साथी सामान्य सिद्दांतो (मूल्यों) के बारे बात नहीं करते हैं जो एक समय पर आपको एक दुसरे के करीब लाता थाI
●आप एक ऐसे इंसान में बदल (बन) गए है जिसे आप नापसंद करते है।
●आपका साथी आपके बारे में कुछ भी अच्छा नहीं कहते हैं और आपके पास भी उनके बारे में कुछ भी ख़ास कहने के लिए हैं नहींI
तलाक की अर्जी लगाने से पहले:
तलाक से आपके जीवन में एक स्थायी परिवर्तन आ जाएगा, इसलिए कोई बड़ा फैसला लेने से पहले अपने सभी विकल्पों के बारे फिर से विचार करे। क्या आप वाकई ऐसा करना चाहते है, और इसके लिए पूर्णतः तैयार है?
हमने आपके लिए एक चैक लिस्ट तैयार की है जो आपको कोर्ट में जाने से पहले काम आ सकती है।
●आप निश्चित है कि अब आप अपने साथी के साथ की परेशानियों को ठीक नहीं कर सकते है। यद्यपि आपकी शादी में झगड़े और कठिन समय बताते है की आप एक दूसरे से कोई मोह नहीं रखते हैं और आप आश्वस्त है की अब आप एक दूसरे की परवाह नहीं करते है।
● तलाक लेने के कारणों की सूची बनाएं। क्या ये सभी कारण मान्य है? क्या ये सभी कारण कोर्ट में अपनी पकड़ बना पाएंगे? कभी -कभी आप भावनाओ में इतने बह जाते है की स्थिति की निष्पक्षता को नहीं देख पाते हैं। अपने कारणों को किसी तीसरे पक्ष के साथ बाटें और उनकी राय जानें।
● आपके बच्चों पर तलाक का क्या प्रभाव पड़ेगा इसके बारे में सोचे। बच्चों की कस्टडी (संरक्षण) लेने की संभावना किसकी है? और इससे उनका जीवन किस प्रकार बदलने वाला हैं? क्या आपने उन सभी चीजों पर ध्यान किया है, जिससे कि उनका जीवन आसान हो सके? हो सकता है कि अलग रहने के दौरान आपने बच्चों की जिम्मेदारी नहीं उठाई हो, लेकिन तलाक के बाद आपको ऐसा करना पड़ सकता है। अपने इसके लिए क्या योजना बनाई हैं? क्या आप इसे अपनी नौकरी और बदलते हुए कार्यक्रमों के साथ निभा पाएंगे।
● तलाक का आपके जीवन के अन्य रिश्तों पर क्या प्रभाव पड़ेगा इसके बारे में सोचे। आपके परिवार, दोस्तों और समाज पर इसका क्या असर होगा? आप इन बदलावों का कैसे सामना करेंगे? भारत में, विशेष रूप से महिलाओं के लिए, तलाक के साथ कई सारे सामाजिक कलंक जुड़े हुए है। इसके आलावा यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि आप समाज के किस पक्ष से आए हैं। तलाक को संपन्न वर्ग के लिए, मध्यम वर्ग या निम्न वर्ग की तुलना में, लोगों के बीच अलग तरीके से देखा जाता है। इसके लिए आपकी क्या क्रियाविधि है?
● आप आगे आने वाली कठिनाई के लिए किस प्रकार तैयार रहेंगे इसके बारे में सोचे। तलाक भावनात्मक उतार चढ़ाव की तरह होता है। एक बार आपके पति या पत्नी से तलाक होने के बाद, आपको अकेलापन और एकांत का सामना करना पड़ेगाI आपके इस परिवर्तित समय के दौरान आपको समर्थन कौन करने वाला है।
●तलाक साथ होने वाले धन संबधित बदलावों के लिए तैयार रहे। क्या आप अपने साथी की आमदनी जानते है और क्या आप भरण-पोषण की मांग करने वाले है? आगे बढ़ने से पहले पैसों से संबधित मुद्दों को सुलझाएं।
●तलाक लेने से पहले एक दूसरे से अलग रहने की कोशिश करेI यह आपके लिए तलाक की पूरी प्रक्रिया से गुजरने पहले का एक विक्लप हो सकता है।
●आपको आगे कौन से कदम लेने की आवश्यकता इसके लिए किसी वकील से बात करे। तलाक की प्रक्रिया लम्बी और कभी कभी जटिल और बोझिल हो सकती है और इसीलिए किसी की सलाह आपकी मदद कर सकती है।
यदि आप तलाक को लेकर निश्चित हैं, आप आगे बढ़ने के लिए अपनी पसंद की क़ानूनी सहायता ले सकते हैं। यहाँ कुछ हेल्पलाइन दी गई हैं जिनसे आप सम्पर्क कर सकते हैं:
ह्यूमन राइट्स लॉ नेटवर्क माध्यम हेल्पलाइन चलाता है और कानूनी सेवाएं प्रदान करता है: (011) 09250808040(Human Rights Law Network runs Madhyam Helpline and provides Legal Services: (011) 09250808040)
लॉयर्स कलेक्टिव वीमेनस राइट्स इनिशिएटिव LC WRI घरेलू हिंसा के मामलों के लिए कानूनी सहायता प्रदान करता हैं: (011) 24374830(Lawyers Collective Women’s Rights Initiative LC WRI runs a pro-bono legal aid cell for domestic violence cases: (011) 24374830)
मार्ग (मल्टीप्ल एक्शन रिसर्च ग्रुप): (011) 26497483/26496925
दिल्ली पुलिस हेल्पलाइन: 1091
दिल्ली महिला आयोग: (011) 23379181/23370597
महिला सेल, दिल्ली पुलिस: (011) 24673366/4156/7699
राष्ट्रीय महिला आयोग: (011) 23237166/23236203/23236204
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (011) 9810298900http://nhrc.nic.in/
प्रतिधि: (011) 22527259
यदि आप एक अपमानजनक शादी में हैं(खंड के लिये लिंक) अपने मामले या केस को बिना वकील या वकील के साथ लड़ने के लिए इस मार्गदर्शन को पढ़े।(चयन के मार्गदर्शन के लिए लिंक)
तलाक के लिए अर्जी लगाना:
तलाक के लिए अर्जी लगाने की प्रक्रिया भावनात्मक रूप से कठिन होने के साथ जटिल या बोझिल हो सकती है। एक बार आपने तलाक लेने का मन बना लिया हैं, तो आपको तलाक के वित्तीय,कानूनी और भावनात्मक पहलुओं से परिचित होना चाहिए। आपको ध्यान रखना चाहिए की भारत में तलाक की अर्जी लगाने के लिए आपको महीनों से कई वर्षों का समय लग सकता हैं।
भारतीय कानून के तहत, तलाक लेने के दो तरीके हैं : आप म्यूच्यूअल (mutual) या कन्टेस्टेड (contested) तलाक के लिए अर्जी लगा सकते हैं। म्यूच्यूअल (mutual)तलाक के अंतर्गत तलाक के लिए दोनों साथियों की सहमति होती हैं और दोनों में से किसी को भी आपत्ति नहीं होती हैं। कन्टेस्टेड (contested) तलाक में दोनों में से एक साथी तलाक के आधारों को लेकर असहमत होता हैं। चीजों को और अधिक जटिल बनाने के लिए कन्टेस्टेड (contested) तलाक विभिन्न धर्मों (हिंदू, मुस्लिम, ईसाई धार्मिक और अंतर-जातीय विवाह के लिए ओर अधिक भिन्न प्रकार से संचालित किये जाते हैं।
सामान्य आधार:
भारत में कुछ सामान्य आधार हैं जिसके कारण तलाक लिया जाता हैं:
● व्यभिचार- यदि आपके पास अपने साथी के अतिरिक्त वैवाहिक रिश्ते में शामिल होने के पर्याप्त सबूत है।
● दुर्व्यवहार - यदि आप एक मानसिक, यौनिक, आर्थिक, या शारीरिक रूप से एक अपमानजनक या हिंसात्मक रिश्ते में है।
● लत - यदि आपका साथी मादक द्रव्यों के सेवन से ग्रस्त हैँ।
● नपुंसकता या यौन संबंध में अक्षमता- यदि आपके साथी आपके साथ सेक्स करने में असमर्थ है
● पागलपन या रोग- आपका साथी एक लाइलाज मानसिक बीमारी या शारीरिक विकलांगता से ग्रस्त है।
● असंगति - यदि आपके रिश्ते में होने वाले मतभेद बहुत बड़े है और इसीलिए आपका रिश्ता काम नहीं कर रहा है।
वकील का पता लगाएं या खोजे
इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता है की आप तलाक की कौनसी प्रक्रिया अपना रहे है, सबसे ज्यादा जरूरी है की आप के पास एक विश्वसनीय और अनुभवी वकील का होना जिस पर कि आप भरोसा कर सके और निर्भर रह सके। आपके वकील को आपके जैसे केस का अनुभव और उसे आपके केस के प्रति प्रतिबद्ध होना चाहिए। अपने वकील से केस पर काम शुरू करने से पहले उनके शुल्क को लेकर चर्चा करे।
वकील मिलने पर आप उनसे निम्नलिखित सवालों के उत्तर जानने के लिए मदद मांगे:
●आपके तलाक पर कितना खर्च होगा?
●तलाक म्यूच्यूअल (mutual) या कन्टेस्टेड (contested) कौन सा होगा?
●आपके तलाक का आधार क्या होगा?
●आपके भरण-पोषण का भुगतान कौन करेंगे? आप अपने साथी का या वह आपका?
● बच्चो के पोषण (समर्थन) का खर्च कौन उठाने वाले है? आप, या आपके साथी या फिर दोनों का हिस्सा होगा, यह हिस्सा कैसे तय होगा?
●इस प्रक्रिया के दौरान आपके कोन – कौन से कानूनी अधिकार है?
●तलाक को मंजूर किए जाने में कितना लम्बा समय लगाने वाला है?
जब तक आपको संतोषजनक जवाब नहीं मिले, तब तक इन सवालों को पूछते रहे। यदि आपको इस प्रक्रिया को लेकर कैसे आगे बढ़ना इसके लेकर संदेह है,तो यहाँ आप यहाँ दी गई हेल्पलाइन पर संपर्क कर सकते है :
लॉयर्स कलेक्टिव वीमेनस राइट्स इनिशिएटिव LC WRI घरेलू हिंसा के मामलों के लिए कानूनी सहायता प्रदान करता हैं: (011) 24374830(Lawyers Collective Women’s Rights Initiative LC WRI runs a pro-bono legal aid cell for domestic violence cases: (011) 24374830)
मार्ग (मल्टीप्ल एक्शन रिसर्च ग्रुप): (011) 26497483/26496925
दिल्ली पुलिस हेल्पलाइन: 1091
प्रतिधि: (011) 22527259
यदि आप एक अपमानजनक शादी में हैं, अपने मामले या केस को बिना वकील या वकील के साथ रखने के लिए इस मार्गदर्शन को पढ़ेI
तलाक के बाद जिंदगी:
तलाक आपके जिंदगी में बड़ा मानसिक तनाव लाता है। आपकी शादी चाहे कितनी भी मुश्किल वाली रही हो यह मायने नहीं रखता है, यह सब अच्छे के लिए हुआ है। हम जब शादी करते है तो "हमेशा खुश रहने" के सपने देखते है। तलाक उन सपनों को चूर-चूर कर देता है।
हालाँकि तलाक के बाद जिंदगी शुरू हो जाती है, लेकिन महत्वपूर्ण यह है की आप इसे संसार के समाप्त होने के रूप में नहीं देखे। कहना आसान है लेकिन करना मुश्किलI आप अपनी शादी और तलाक को अपने जीवन की दो बीती घटनाओं क़ी तरह समझें/देखेंI जो भी गलत हुआ उसके लिए अपने आप को दोष देने से कुछ सकारत्मक नहीं होगा। ख़ास तौर पे , तलाक के बाद, आपको स्वयं में आत्मविश्वास जगाने और नई शुरुवात करना बहुत ज़रूरी हैI
यहाँ कुछ सुझाव दिए गए है जो आपको तलाक से उबरने में आपकी मदद करेंगे:
●अपने दुख पर शोक प्रकट करे।
एक शादी टूटने के साथ दुख लाती है और अपने दुख को महसूस करने और उस पर शोक प्रकट करने में कुछ भी गलत नहीं है।
● अपने दोस्तों और परिवार से मिले और अपने जीवन के इन बदलावों में उनका साथ मांगे।
अपने डर और असुरक्षा के बारे में उनसे बात करे। भविष्य में उन्हें अच्छे समर्थन का आधार बनाएं।
● अपने आत्मविश्वास को कम ना होने दें
अधिकतर समुदायों में ,विशेष रूप से तलाकशुदा महिलाओं के लिए तलाक के साथ कई सारी धारणाएं जुड़ी हुई है। जब आप शादी करते है तो कई सारे सामान्य दोस्त भी बनाते है लेकिन जब आपका तलाक हो जाता है तो दोस्त पक्ष लेने के लिए मजबूर हो जाते हैं या उन्हें ऐसा महसूस होता है। यदि आपके जीवन के इस मुश्किल समय में लोगों ने आपसे सम्पर्क तोड़ दिया है, तो शायद वों आपके दोस्त बनने के लायक ही नहीं है। लेकिन कुछ समय बाद यदि वो फिर से आपके जीवन में आने की कोशिश कर रहे हैँ तोह अपना पक्ष रखते हुए चाहे तो उनका स्वागत कर सकते हैँI
● यदि आपके पास साथ या समर्थन की कमी है, तो आप काउंसलर से मदद ले सकते है।
● नकारात्मक विचार जैसे-'मेरा जीवन बर्बाद हो गया है' और 'मैं कभी दुबारा खुश नहीं हो पाउॅंगा' से बचें।
याद रखे की कई लोगों का जीवन तलाक के बाद बहुत बेहतर हो जाता है।
● मादक द्रव्य जैसे अत्यधिक शराब और ड्रग्स में सहारा मत ढूंढेंI
●भविष्य के लिए योजनाएं बनाएं।
एक वित्तीय योजना बनाएं। आदर्श नौकरी ढूढ़ने या सेहत और शारीरिक रूप से “फिट” होने की योजना बनाएं। साप्ताहिक या मासिक लक्ष्य निर्धारित कर इन योजनाओं पर काम करना शुरू करे।
● यदि आपके बच्चे हैँ तो उन पर तलाक का असर कम करने की कोशिशें करें
तलाक बच्चों पर बहुत भारी पड़ता है,चाहे तोह इसके लिए किसी से परमर्श या सलाह भी लें
●अपने लिए समय निकालें।
थोड़ा स्वार्थी बने और उन चीजो को करने का प्रयास करने करे,जिन्हें आपको शादीशुदा जीवन में करने अनुमति नहीं थी। फिर से सिंगल होने के लिए सहज रहे। अपने आप को फिर से पाए।
●अपने असली शौक या पसंदीदा आदतों का पता लगाए।
यह अतीत में जो भी आपके साथ गलत हुआ उसको भूलने में मदद करेगा और आपको अंदर से रचनात्मक बनाएगा। यह आपको पुराने दोस्तों के घेरे में नए लोगों से मिलवाने में मदद करेगा।
● नए और पुराने लोगो से मिले।
अपने आप को बच्चों और घर में ही सीमित नहीं रखे, इन चीजो से बाहर निकलने की कोशिश करे। लोगों से मिलें जुले, बात करे। उन लोगों से सुझाव लेने की कोशिश करे जो की आप जैसे स्थिति में है।
●अपने आप से प्यार करे।
अपने आप को आकर्षक बनाएं। आपकी पहली शादी का अंत हो गया है इसका मतलब यह नहीं है आप फिर किसी के बारे में नहीं सोच सकते है। इश्क़बाजी और डेटिंग करने का अवसर ले।अपना विश्वास हासिल करें और सकारात्मक बनें।
कुछ लोगो तलाक से पूरी तरह से उबर जाते है, जबकि कुछ के लिए यह एक लम्बी और दर्दनाक प्रक्रिया होती है। यदि आप कोशिश कर रहे है लेकिन अपनी शादी से बाहर नहीं निकल पा रहे है तो आप निम्न हेल्पलाइन से संपर्क कर सकते हैं:
इफ्शा - उपचार एवं जागरूकता के लिए समर्थन (Interventions For Support Healing & Awareness): (011) 26253289
स्वास्थ्य: 09717055332
स्नेही: (011) 65978181
संजीवनी: (011) 26862222/ 26864488
सुमैत्री: (011) 23710763