अक्सर आप जिस तरह के मुद्दे का सामना एक अशांत (शादी में करते है,वह ठीक उसी तरह का होता है जैसा एक बुरे रिश्ते में उत्पन्न होता है। परेशान रिश्तों के बारे में और अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए,हमारे अनुभाग 'रिश्ते की समस्याओ' को पढ़े।
अलग होना-(विच्छेद) क्या है?
क्या आप को ऐसा लगता है,कि आपने अपनी शादी बचाने (पाने ) के लिए सब कुछ किया है? क्या आपको कठिन परिश्रम के बाद भी आशा कोई किरण नजर नहीं आ रही है? क्या आप अपने साथी से तलाक लेने वाले हैं या क्या वो तलाक के साथ- साथ आपको धमकाते है? और कभी-कभी आपको लगता है आपके ज्यादा बहस करने पर चीजें और भी ख़राब हो रही है इससे भी आपके रिश्ते का अंत नहीं हो रहा है। अभी तक भी कुछ ऐसा है जिसके लिए आप दोनों काम कर रहे है। यदि साथ रहने से चीजें खराब हो रही है,तो अब समय आ गया है की आप अलग होने के बारे में सोचें।
अलगाव दो तरह से हो सकता है –
ट्रायल (प्रयत्न) अलगाव और कानूनी अलगाव।
ट्रायल \ के अंतर्गत युगल कोर्ट में बिना तलाक कि अर्जी दिए एक दूसरे से अलग रहने का फैसला करते है, वही दूसरी ओर, कानूनी पृथक्करण के अंतर्गत कोर्ट निर्णय करता है। यह आपकी स्थिति पर निर्भर करता है की इनमें से आपके लिए कौनसा सबसे उपयुक्त होगा।
ना तो ट्रायल और ना ही कानून अलगाव आपकी शादी को रद्द कर सकता है। इन दोनों ही स्थितियों में आप शादीशुदा है। यदि आप लम्बे समय से अलग रहने के बाद तलाक लेना चाहते है, तो आप आगे बढ़ सकते है और तलाक की अर्जी दायर कर सकते है। हालाँकि यदि आप कानूनी रूप से अलग हो गए है, लेकिन यदि आपके साथी से आपका शरीरिक रिश्ता अभी भी जारी है तो यह आपके भविष्य में आपकी तलाक याचिका के परिणाम को प्रभावित कर सकता है।
युगल (दम्पति) अलग क्यों होते हैं?
जोड़ों के अलग होने के के कई कारण है। कुछ लोग अलग होने की मांग इसलिए करते है ताकि वो वापस बीते समय में जाये और अपने रिश्ते को फिर से देखें, कुछ तलाक लेने के लिए ऐसा कदम उठाते है ,जबकि कुछ अपनी शादी को मजबूत बनाने के लिए अलग रहने की मांग करते है।
कई ऐसे पर्याप्त उदारण है, जिसमे युगल अलग होने के बाद अपनी शादी को बचाते है, और कई ऐसे मामले है जिसमे अलग रहने के बाद तलाक हुआ है। आप के रिश्ते के लिए कौनसा रास्ता सही होगा, यह आपके और आपके साथी पर निर्भर करता है की एक दूसरे से दूर रहने के बाद आप दोनों क्या चाहते है।
अलग होते (अलगाव) समय किन बातों का ध्यान रखे?
अलग होने के लिए कौनसा समय सही है यह बताना मुश्किल है। अधिकतर शादी सलाहकारों की शिकायत होती है की युगल उनके पास मदद के लिए तब आते है जब उनका संबध जुड़ने से दूर हो चुका होता हैं। इसलिए जैसे ही आपको अपने रिश्ते में परेशानिया दिखाई दे, आप उन पर तुरंत ध्यान देना शुरू करे।
यदि आप अपने संबध से खुश नहीं है और अधिकतर समय एक दूसरे से दूर बिताते है, तो यह समय अपने साथी से अपने विचार बांटने का है। अपने साथी से उसके विचारो के बारे में बात करे। अलग होने के बारे में अपने विचारो को खुलकर बताएं। आपके दिमाग में क्या चल रहा है, अपने साथी को बताए और उन्हें गुमराह न करे। उन्हें झूठा दिलासा न दे।
अंत में, आपके लिए ट्रायल या क़ानूनी कौनसा अलगाव सबसे उचित होगा, इसके लिए हो सके तो आप शादी सलाहकार से मिले। यहाँ कुछ टिप्स दिए गए है जो आपको अलग होने के समय आपकी मदद करेंगे :
● इस अवधि के दौरान आप क्या हासिल करना चाहते है, इसके लिए लक्ष्य निर्धारित करें।
सोचने के लिए अपने आप को कुछ समय दे, अपने काम को ध्यान में रखते हुए अलग -अलग लोगों से मिले। क्या आप तलाक लेना चाहते है? या अपनी शादी को बनाये रखना चाहते है? या कुछ भी तय करने से पहले आप अपने रिश्ते का मूल्यांकन करना चाहते है?
● आप अलग रहने के लिए एक निश्चित समय सीमा तय करे।
6 या 12 महीने। एक साल से ज्यादा का समय नहीं ले।
● अपने पैसे और संचालन व्यवस्था का ध्यान रखे।
कौन घर छोड़कर जाने वाला है? किराये और बिल का भुगतान कौन करने वाला हैं? यदि आपके बच्चे है, तो वों कहाँ रहेंगे और उनकी दैनिक जरूरतों का ध्यान कौन रखेंगा। अलग होने से पहले आप इन सभी मुद्दों पर खुलकर चर्चा करे।
● क्या आप अन्य लोगों के साथ डेट पर जाना स्वीकार करते है?
हालाँकि बहुत सारे लोगों के लिए इस पर बात करना असहज होता हैं,लेकिन यह बात करना महत्वपूर्ण हैं, ताकि आप निश्चिन्त रहे कि इस बारे में आप दोनों को एक दुसरे के विचार पता हैंI यदि आप इसके बारे में पहले से नहीं सोचेंगे तो इससे चीजें और खराब हो सकती हैं। यदि आप दोनों में से किसी के भी लिए यह विचार असहज है तो इसे कुछ दिनों के लिए स्थगित कर देंI
● अपने इस निर्णय में अपने परिवार और दोस्तों को बहुत ज्यादा शामिल न करे तो बेहतर होगा।
उन्हें बताएं,लेकिन ज्यादा खुलासा नहीं करे। एक बार आप जब अलग होने के निर्णयों को लेकर निश्चित हो जाये, तब आप अपने दिमाग में चल रही सभी बातें उन्हेंI लेकिन तब तक आप यह बातें अपने करीबियों तक ही रखेंI
● बातचीत बनाये रखे और लगातार अपने उद्देश्य का मूल्यांकन करते रहे।
यह देखे की आप दोनों भावनात्मक रूप से कहाँ पहुंचे है। आपने जो उद्देश्य निर्धारित किये उनको आपने कितना प्राप्त किया है?
●आप वैवाहिक परामर्श के माध्यम से दोनों के बीच आई परेशानी (विरोध) को दूर करने का प्रयास करे।
आप चाहे तो आगे तलाक के लिए जा सकते हैं या पीछे अपनी शादी को बनाये रख सकते है, महत्वपूर्ण यह हैं की आप अपने अतीत की चीजों से छुटकारा पाएं।
आशा है की आपने जो समय एक- दूसरे से दूर रहकर बिताया है वह आपको वापस एक साथ रहने या तलाक लेने के निर्णय में मदद करेगा। यदि आपने वापस एक साथ रहने और अपनी शादी बचाने का फैसला किया, तो आप इस पर विशेषज्ञ राय जैसे कोई परामर्शदाता इस काउंसलर की राय ले सकते हैं जिससे की आप को अब तक के अनसुलझे मुद्दों को सुलझाने में मदद मिल सकेंI यहाँ कुछ हेल्पलाइन दी गई है जिनसे आप मदद ले सकते है :
‘कनेक्टिंग'- 9689003044 और/या 18002094353
यह हेल्पलाइन 2.00pm से 8.00pm.के मध्य खुली रहती है।
आप at connectingngo@gmail.com. पर भी लिख सकते है।
सेंट स्टीफन अस्पताल और इम्मानुएल हॉस्पिटल एसोसिएशन हेल्पलाइन: 022-25706000