बेटा यदि शरीर में उत्तेजना अधिक होगी, सेक्स की भावना ज़्यादा होगी तो शीघ्र पतन होने की संभावना भी अधिक ही होगी.ऐसी स्थिती में, पार्ट्नर पर फोकस बढ़ाना, फोरप्ले , यानी की प्रवेश करने से पहले बहुत से अलग अलग क्रियाएं करना , जिनसे दोनो को आनंद मिले, अपने पार्ट्नर की उत्तेजना बढ़ाना, यह सब activites सबसे ज़रूरी हैं. इसके इलावा, पार्ट्नर के साथ सेक्स करने से पहले, एक बार हस्त्मेथुन कर सकते हैं, उतने समय पहले जीतने में लिंग में तनाव आ जाए. कॉंडम का इस्तेमाल भी जल्दी discharge में help करता है. https://lovematters.in/hi/news/premature-ejaculation-top-five-facts https://lovematters.in/hi/making-love/sex-problems-how-to-overcome-them/i-ejaculate-too-soon-help और जी हाँ इस उम्र में भी बच्चे होते हैं, लेकिन सुनिए ज़रा बच्चा लड़का होगा या लड़की ये निर्धारित करने का कोई भी तरीका नहीं है और न ही बेटा पैदा करने का समझे? और वैसे भी बच्चा लड़का हो या लड़की बस स्वस्थ होना चाहिए। ज़रा अपना चिंतन स्वस्थ किजिए! शायद आप ये भी जानते हो कि बच्चा लड़का होगा या लड़की केवल मर्दों के शुक्राणु ही तय करते हैं कि उन में X chromosome हैं या Y. यदि इस मुद्दे पर आप और गहरी चर्चा में जुड़ना चाहते हैं, तो हमारे डिस्कशन बोर्ड, " जस्ट पूछो" में ज़रूर शामिल हों. https://lovematters.in/en/forum

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