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पॉर्नोग्राफ़ी (पॉर्न या ब्लू फि़ल्में या तस्वीरें)

पॉर्नोग्राफ़ी उन तस्वीरों, फिल्मों एवं विडियो को कहते हैं जो की उत्तेजना को बढ़ाने के लिए बनाया जाती हैं।

सॉफ्ट पॉर्न में कुछ अपनी कल्पना के लिए छोड़ दिया जाता है। इसमें एक पुरुष एवं महिला को चुम्बन लेते हुए या किसी महिला को एक उत्तेजक या सेक्सी अंतर्वस्त्र में दर्शाया जा सकता है। हार्ड कोर पॉर्न सेक्स को बहुत खुले तरीके से दर्शाता है उदाहरण के लिए, एक र्निवस्त्र महिला या संभोग करते हुए पुरुष एवं महिला की तस्वीर या फिल्म।

पॉर्न वास्तविक नहीं होता है

पॉर्न देखते समय आप अक्सर ऐसी चीजें देखते हैं जो ज़्यादातर लोग अपने वास्तविक जीवन में अनुभव नहीं करते हैं। पॉर्न में कुछ भी संभव है जैसे कई लोगों का एक साथ सेक्स में शामिल होना, अनजान लोगों के साथ सेक्स करना या आखों पर पट्टी बाँध कर सेक्स करना।

पर याद रखें की पॉर्न फि़ल्मों में सेक्स वास्तविक जीवन के सेक्स के जैसा नहीं होता है। यह एक मनघढ़न्त या फिल्मी कहानी की तरह होता है जिसकी आप कल्पना कर सकते हैं। वास्तविक जीवन में पॉर्न फि़ल्मों जैसे सेक्स की अपेक्षा न करें।

इतना ही नहीं, सामान्यतः पॉर्न फि़ल्मों के अभिनेताओं की मांसपेशियों एवं लिंग असल में वास्तविक जीवन में लड़कों एवं पुरुषों से बड़े होते हैं। और अभिनेत्रियाँ छरहरी या पतली होती हैं और उनके स्तन वास्तविक जीवन में लड़कियों एवं महिलाओं के स्तनों से बड़े होते हैं - और उन्होंने स्तनों को बढ़ाने के लिए अक्सर कॉस्मेटिक सर्जरी या शल्यक्रिया कराई होती है। और क्या वास्तव में आपकी गर्लफ्रेन्ड भी इतनी ज़ोर से आहें भरती हैं - या इतनी आसानी से चरमआनन्द प्राप्त कर लेती हैं?

याद रखें, ज़्यादातर पॉर्न पुरुषों के लिए बनाए गए होते हैं और उन्हीं की कल्पनाओं को दर्शाते हैं। और पार्न में कोई कण्डोम नहीं पहनता!

पॉर्न के पक्ष एवं विपक्ष

क्या पॉर्नोग्राफ़ी देखना गलत है? अगर आप ऐसा करते हैं तो निश्चित ही आप अकेले नहीं । सैद्धान्तिक रुप से, सेक्सी फि़ल्मों या तस्वीरों को देखकर उत्तेजित होना कुछ गलत नहीं है। जब तक आपको यह याद रहे की यह वास्तविकता नहीं है तब तक यह बिल्कुल ठीक है। पर याद रखें की आपके पास यह जानने का कोई तरीका नहीं है की अभिनेत्रियों ने इन फि़ल्मों में अपनी खुशी से भाग लिया है या नहीं।

  • ध्यान रखें की इंटरनेट पर पॉर्न में महिलाओं के प्रति हिंसा या महिलाओं का अपमान दिखाया जाता है। और इनमें महिलाएं सिर्फ़ पुरुषों को आनन्द देने के लिए होती हैं। आप जो भी चाहें उसके बारे में कल्पना कर सकते हैं पर कल्पना और वास्तविकता में बहुत अंतर होता है।
     


 

  • पॉर्न की आदत लग सकती है। यह वास्तविक जीवन में भी सेक्स को बिगाड़ सकता है क्योंकि आप पाते हैं की आपको पॉर्न में वास्तविकता से ज़्यादा आनन्द मिलने लगता है। और तब आप वास्तविकता को पॉर्न की तरह बनाने की कोशिश करने लगते हैं जो संभव नहीं है। यदि आप पाते हैं की आपकी दिलचस्पी हार्ड कोर पॉर्न में बढ़ती जा रही है तो यह समय स्वयं को रोकने का है।