Annilingus – Dos and Don’ts
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एनीलिंगस /ओरल एनल सेक्स - क्या करें, क्या न करें

ओरल एनल सेक्स के बारे में अभी भी अधिकांश लोगों को काफी कम जानकारी है। नितम्बों पर किस करना, दांत से काटना, गुदा के आसपास के हिस्सों को चाटना यह सब कुछ ओरल एनल सेक्स के अंतर्गत आता है जिसे रिमिंग या एनीलिंगस भी कहा जाता है। वैसे देखा जाये तो एनीलिंगस यौन सुख पाने का एक अनोखा तरीका है लेकिन यह सबसे बस की बात नहीं है। लेकिन अगर आप अपने पार्टनर के साथ पूरी तरह सहज हैं और वो आपके गुदा (anal hole) पर किस करने या ओरल सेक्स के लिए राजी हैं तो यह यौन सुख का एक नया आयाम हो सकता हैं।

जी हां, आपने सही सुना। हम यहाँ गुदा (anal hole) की ही बात कर रहे हैं। एनीलिंगस, गुदा को ओरल सेक्स के जरिए उत्तेजित करने की प्रक्रिया है। 

आमतौर पर एनीलिंगस को समलैंगिकों, विशेष रूप से समलैंगिक पुरुषों, द्वारा की जाने वाली क्रिया माना जाता था। हालाँकि गुदा छिद्र तो हर किसी के पास है चाहे वो किसी भी लिंग या लैंगिक झुकाव का व्यक्ति हो, तो अगर आप और आपके पार्टनर इसके लिए राज़ी हैं तो इसको आज़माना आपकी इच्छा की बात है।

एनीलिंगस ऐसी यौन गतिविधि है जो फोरप्ले के आनंद को कई गुना बढ़ा सकती है। हालांकि, अगर सही तरीके से नहीं किया जाता है, तो इससे न केवल आपका अनुभव खराब हो सकता है, बल्कि एसटीआई और अन्य संक्रमणों का जोखिम भी बढ़ सकता है।

यदि आप पहली बार यह गतिविधि करने जा रहे हैं या रिमिंग की दुनिया में कदम रखने जा रहे हैं तो उससे पहले इन महत्वपूर्ण बिन्दुओं को जान लें जिससे आप भरपूर आनंद भी ले सकें और कोई खतरा भी न हो:

क्या करें: उस हिस्से को साफ़ रखें

जैसा कि आप जान चुके हैं कि इस प्रक्रिया के दौरान आपका पार्टनर आपके गुदा पर किस कर सकता है। इसलिए रिमिंग करने से पहले अपने गुदा और आसपास के हिस्से को अच्छी तरह से साफ करें। अक्सर गुदा के मुख पर मल या टॉयलेट पेपर के छोटे टुकड़े चिपके होते हैं। सही तरीके से साफ-सफाई के बिना आपका अनुभव काफी खराब और गंदा हो सकता है।

यह आप पर निर्भर करता है कि आप अपने गुदा के आस पास के हिस्से को कितना स्वच्छ रखते हैं। आप या तो बाहर से उस हिस्से को धो सकते हैं या डाउच कर सकते हैं। यदि आप डाउच करने का निर्णय लेते हैं, तो यह ध्यान रखें कि आप इसे सही तरीके से करें। इस प्रक्रिया के बारे में पढ़ें, सही उपकरण लें और एक सीमा से बाहर कुछ न करें।

क्या ना करें: सुरक्षा उपायों को ना भूलें

इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप साफ-सफाई का कितना ध्यान रखते हैं, क्योंकि इन सबके बावजूद भी एनीलिंगस के दौरान  यौन संचारित संक्रमण (एसटीआई) के साथ-साथ हेपेटाइटिस ए, बी और सी, और ई.कोली और साल्मोनेला  से होने वाले बैक्टीरियल संक्रमण हो सकते हैं। इसलिए, यह महत्वपूर्ण है कि बिना किसी सुरक्षा के रिमिंग ना करें।

एक पार्टनर की जीभ और दूसरे के गुदा के बीच डेंटल डैम एक आदर्श बैरियर का काम करता है। यदि आपके पास डेंटल डैम नहीं है तो आप बिना चिकनाहट वाले कंडोम को काटें और इसे अपने पार्टनर के गुदा के छिद्र पर फैला दें।

क्या करें: गतिविधि के बाद धो लें

जिस तरह ओरल एनल सेक्स करने से पहले गुदा के आस पास के हिस्से को साफ करना जरूरी है, उसी तरह गतिविधि के बाद भी साफ करना उतना ही जरूरी है। एनीलिंगस के बाद चुंबन या अन्य किसी तरह का ओरल सेक्स करने से आप दोनों में संक्रमण का जोखिम बढ़ सकता है। इसलिए एनीलिंगस के तुरंत बाद कुल्ला करें और अपने मुंह को अच्छी तरह साफ करें।

क्या ना करें: जल्दबाजी

अगर आप इस प्रक्रिया को आजमाने चाहते हैं तो यह ज़रूरी नहीं कि पहली बार में ही सब कुछ आजमा लें। जैसे पानी में कूदने से पहले आप पैर डुबोकर गहराई का अंदाज़ा लगाते हैं न... ठीक वैसे ही इसमें भी शुरुआत में उतना ही करें जितने में आप दोनों सहज हों। यदि आपका पार्टनर असहज महसूस करता है या फिर इसके लिए अभी तैयार नहीं है तो कुछ सेकेंड बाद रुक जाना ही बेहतर है।

क्या करें: चिकनाई का प्रयोग

गुदा एक ऐसी जगह है जो आपको सबसे अनोखा यौन सुख दे सकती हैं क्योंकि शरीर का यह हिस्सा कई तंत्रिकाओं का आखिरी सिरा होता है। लेकिन जननांगों के विपरीत, गुदा क्षेत्र में प्राकृतिक रूप से चिकनाहट नहीं होती है। इसलिए हमेशा ल्यूब का इस्तेमाल करना चाहिए। पर्याप्त चिकनाहट का इस्तेमाल करें ताकि आपका अनुभव मजेदार हो और आपके पार्टनर को कोई दिक्कत या दर्द न हो। यहां तक कि अगर गुदा के अंदर जीभ डालने की इच्छा हो तो भी इसका प्रयोग करें।

क्या ना करें: ज्यादा ना सोचें

एनीलिंगस एक अनुभव है जिसका मजा आपको धीरे-धीरे आता है। बहुत से लोग ऐसे भी हैं जिन्हें अपना मुंह दूसरे व्यक्ति के गुदा में डालने का सोचकर ही घिन आती है। अगर आप इसे एक अनुभव के तौर पर आजमाना चाहते है तो इससे घृणा न करें और इस बारे में ज़रूरत से ज्यादा ना सोचें। अगर आप सहज नहीं होंगें तो आप इसका आनंद नहीं ले पाएंगे।

क्या करें: अपनी जीभ को सपाट रखें

यदि आप नौसिखिए हैं तो छोटे से शुरूआत करें और अनुभव लेते हुए धीरे-धीरे आगे बढ़ें। शुरुआत के पहले कुछ समय अपनी जीभ को सपाट रखें और सिर्फ़ चाटने की कोशिश करें।

क्या ना करें: जब तक आप दोनों तैयार न हों तब तक जीभ अंदर न डालें

मान लीजिए कि रिमिंग की शुरुआत में उस हिस्से को किस करने में ही आपको बहुत मजा आ रहा है और अब आपका मन अपने पार्टनर के गुदा को चूसने या अंदर जीभ डालने का कर रहा है। तो भी अपने पार्टनर से पूछे बिना ऐसा ना करें। इस बात का पहले से पता न होने पर पार्टनर का अनुभव पूरी तरह से खराब हो सकता है। अपने पार्टनर से पहले खुलकर बात करें और उन्हें अपनी मन की बात बताएं उसके बाद ही इस प्रक्रिया में आगे बढ़ें।

क्या करें: फायदे और नुकसान समझें

एनीलिंगस के दौरान मिलने वाला अद्भुत यौन सुख ही लोगों को आकर्षित करता है। वहीं दूसरी ओर, इससे कई तरह के स्वास्थ्य संबंधित जोखिम और असहजता भी हो सकती है। इसलिए पहले इसके फायदे नुकसान को समझें और यह जांचें कि यह आपके सेक्सुअल लाइफस्टाइल के हिसाब से आपके लिए सही है या नहीं उसके बाद ही यह करें।

क्या आप इसे केवल अपने कमिटेड पार्टनर के साथ करना चाहते हैं या फिर कैजुअल सेक्स में आप इससे आज़माना चाहेंगे? ‘बट मंचिंग’ करने से पहले यह सवाल भी खुद से ज़रूर पूछें।

क्या ना करें: अपने पार्टनर पर दबाव

हो सकता है कि आपने पहले से ही कुछ सोचा रखा हो और आप तैयार बैठे हों, यहां तक कि इसे लेकर काफी उत्साहित भी हों। लेकिन यह जरूरी नहीं है कि आपका पार्टनर भी आपकी तरह ही तैयार बैठा हो। जब तक वह तैयार न हो, तब तक उसके ऊपर दबाव न डालें और न ही जबरदस्ती ऐसा करने के लिए कहें। ऐसा करने से न केवल मजा किरकिरा हो सकता है बल्कि आपके यौन जीवन पर भी विपरीत प्रभाव पड़ सकता है।

एनीलिंगस करना या न करना बहुत ही व्यक्तिगत पसंद है। इसके विभिन्न फायदों और नुकसान के बारे में विचार करें, और सुनिश्चित करें कि आप अपने अनोखे यौन सुख की चाह में असावधानी न बरतें।

कोई सवाल? नीचे टिप्पणी करें या हमारे चर्चा मंच पर विशेषज्ञों से पूछें। हमारा फेसबुक पेज चेक करना ना भूलें। हम Instagram, YouTube  और Twitter पे भी हैं! 

आरुषि चौधरी एक फ्रीलैंस पत्रकार और लेखिका हैं, जिन्हें पुणे मिरर और हिंदुस्तान टाइम्स जैसे प्रिंट प्रकाशनों में 5 साल का अनुभव है, और उन्होंने डिजिटल प्लेटफॉर्म और प्रिंट प्रकाशनों के लिए लगभग एक दशक का लेखन किया है - द ट्रिब्यून, बीआर इंटरनेशनल पत्रिका, मेक माय ट्रिप , किलर फीचर्स, द मनी टाइम्स, और होम रिव्यू, कुछ नाम हैं। इतने सालों में उन्होंने जिन चीजों के बारे में लिखा है, उनमें से मनोविज्ञान के प्रिज्म के माध्यम से प्यार और रिश्तों की खोज करना उन्हें सबसे ज्यादा उत्साहित करता है। लेखन उनका पहला है। आप आरुषि को यहां ट्विटर पर पा सकते हैं।

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Jitesh beta yadi shareer menin uttejna adhik hogi, sex ki bhavna zyada hogi toh shighrpatan hone ki sambhavna bhi adhik ho sakti hai. Aisee stithi mein, partner par focus badhana, foreplay , pravesh karne se pehle bahut se alag alag kriyaein karna , jinse dono ko aanand mile, apne partner kee uttejna badhana, yeh sab activities sabse zaroori hain. Iske ilava, partner ke saath sex karne se pehle, ek baar hastmaithun kar saktey hain, utne samay pehele jitne mein ling mein tanaav aa jaaye. Condom ka istemaal bhi jaldi discharge kum karne mein madadgaar saabit ho sakta hai. Yaha padhiye: https://lovematters.in/hi/news/premature-ejaculation-top-five-facts https://lovematters.in/hi/making-love/sex-problems-how-to-overcome-them/i-ejaculate-too-soon-help Yadi aap is mudde par humse aur gehri charcha mein judna chahte hain to hamare discussion board “Just Poocho” mein zaroor shamil ho! https://lovematters.in/en/forum
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