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अपने पार्टनर के 'कंट्रोलिंग' व्यवहार से निपटने के कुछ सुझाव

प्यार कई रूपों में आता है - उन चॉक्लेट के डब्बो में जो वो आप के लिए लाती हैं और उस शानदार पीली पोशाक में भी जो आपने उनके लिए चुनी थीI लेकिन ऐसा ही कुछ कंट्रोलिंग या नियंत्रित व्यवहार के लिए भी कहा जा सकता हैI खासकर तब, जब रिश्ते का रिमोट कंट्रोल एक ही व्यक्ति के हाथ में होI अपने रिश्ते ऐसे व्यवहार को पहचानने और उससे निपटने के लिए आज हम आपके लिए लाये हैं कुछ सुझावI

उसे बताएं

आप दोनों एक पार्टी में जा रहे हैं और उसने आपको आपकी मनपसंद ड्रेस पहनने के लिए मना कर दिया हैI अब आपके पास दो विकल्प हैं - या तो आप मन मारकर अपने साथी की मर्ज़ी वाली ड्रेस पहनकर जा सकते हैं या फ़िर अपने साथी को यह बता सकते हैं कि आप अपनी पसंद के कपडे पहनना चाहती हैं और उससे आपको खुशी मिलेगीI

कई बार पुरुषों को यह एहसास ही नहीं हो पाता कि वो अपने रिश्ते को नियंत्रित कर रहे हैंI महिलाएं भी अपने साथी को खुशी देने के लिए पूरी तरह से अपने आपको उन पर 'न्योछावर' कर देती हैं, चाहे अंदर से उन्हें कितनी ही घुटन महसूस हो रही होI दूसरी ओर पार्टनर इस बात से पूरी तरह से अनजान हो सकता हैI तो पहला कदम है कि आप उसे इस बात से अवगत कराएं कि आप कष्ट में हैंI

उनसे पूछें - आखिर क्यों?

आप को दूसरे शहर एक नौकरी मिली है जो आपके कैरियर के लिए बहुत अच्छा होगा लेकिन वे आपको रोक रही हैंI क्या करें? जब आपका पार्टनर आपको कुछ करने से रोकता है, तो इसे पत्थर की लकीर ना मानेंI उनसे विनम्रतापूर्वक पूछें कि वे ऐसा क्यों कह/कर रही हैंI कम से कम इससे आपको उनका नज़रिया समझने में मदद मिलेगी - फ़िर चाहे वो नज़रिया सही हो या गलतI अगर वो आपकी बात सुनने को तैयार हो जाती हैं तो आराम से बैठकर चाय या कॉफ़ी की चुस्कियां लेते हुए उन्हें प्यार से समझाने की कोशिश करें कि आप दूसरे शहर में नौकरी क्यों करना चाहते हैंI

लड़ाई या बहस करने से बचें     

आपके बॉयफ्रेंड/पति को सप्ताह के अंत में आपका अपने दोस्तों के साथ बाहर जाना पसंद नहीं है क्यूंकि वो चाहता है कि आप घर में रूककर उसके साथ समय बिताएंI लेकिन आप तो बाहर जाकर मज़े करना चाहती हैंI यह बात आपके साथी को पसंद नहीं आती और आपको पता है कि आज आप बाहर गयी तो महाभारत हो सकता हैI

परिस्थिति कोई भी हो, यह महत्त्वपूर्ण है कि आप अपने साथी की बात ध्यानपूर्वक सुनेंI एक गहरी साँस लेकर दस तक गणना करें और अपना संयम बनाए रखें। यदि आप दोनों के बीच तर्क-वितर्क भी होता है तो भी अपने साथी को आप पर चिल्लाने या नाराज़ होने का कोई मौक़ा ना देंI यदि वह आप पर चिल्लाते हैं तो विनम्रता से उन्हें आवाज़ नीची करने को बोलें और कहें कि वे ज़रा परिपक्वता से पेश आएंI यदि आपको लगता है कि आप दोनों किसी नतीजे पर नहीं पहुँच रहे हैं तो चुपचाप उस समय वहां से दूर चले जाते हैं। बाद में, जब माहौल थोड़ा शांत हो जाएँ तब उन्हें अपनी बात दोबारा समझाएंI

 रातों रात चीज़ें बदलने की अपेक्षा ना करें  

तो, आप और आपके साथी के बीच में उनके नियंत्रित व्यवहार को लेकर लम्बी चर्चा हुई, जिसके बाद वे अपने आप को बदलने के लिए सहमत भी हो गयीI लेकिन जब अगली बार आप दोनों बाहर जाने के लिए तैयार हुए तो वो फ़िर से अपनी पसंदीदा जगह जाने के लिए ज़िद करने लगीं! निश्चित रूप से आपको बुरा लगेगा लेकिन यहाँ आपको धैर्य रखना होगाI

यह उम्मीद ना रखें कि एक ही रात में सब कुछ बदल जाएगाI यहाँ ज़रूरी है कि आप उन्हें प्यार से उनके द्वारा किये गए वादे के बारे में याद दिलाएंI उन्हें बताएं कि आप उनसे क्या उम्मीद रखते हैंI साथ ही अपने आपको भी यह याद दिलाएं कि इन परिवर्तनों में थोड़ा वक़्त लगेगा इसलिए अपने आपको और उन्हें थोड़ा समय देंI

घर की नौकरानी ना बनें

शाम को आप दोनों थके मांदे ऑफिस से घर आते हैंI जहाँ आपका साथी घर में घुसते ही अपने जूते उतार कर टी.वी खोल कर बैठ जाता है, वहीँ आप रसोई में जाकर उसके लिए चाय बनाना शुरू कर देती हैंI यही नहीं आप उसके द्वारा उतरे गए जूतों और फेंके गए और लैपटॉप बैग और कोट को उनकी सही जगह पर रखती हैंI

उनका 'ख़ास ख्याल' रखना बंद कर देंI उन्हें अपना काम खुद करने देंI आप जितना ज़्यादा उसका 'ख़ास ख्याल' रखेंगी वो उतना ही आपके प्यार का मूल्य समझना बंद कर देंगेI क्या आपको यह चिंता सताती है कि अगर आप उनकी चीज़ें सही जगह नहीं रखेंगी तो वो अपना सामान नहीं ढूंढ पाएंगे? हो सकता है कि कुछ दिन ऐसा ही होI 'अरे मेरी मोजे कहां हैं, ब्रीफ़केसे भी नहीं मिल रहा'! लेकिन जल्द ही उन्हें एहसास होगा कि आप उनकी जीवनसाथी हैं, घर की नौकरानी नहीं हैंI

ध्याना रखें, सुखद रिश्ता वही है जो बराबरी का होI

क्या आप को भी अपने पार्टनर द्वारा किये गए व्यवहार से घुटन महसूस होती है? हमारे फेसबुक पेज पर लव मैटर्स (एलएम) के साथ अपने विचार साझा करेंI अगर आपके पास कोई विशिष्ट प्रश्न है, तो कृपया हमारे चर्चा मंच पर एलएम विशेषज्ञों से पूछें।

लेखक के बारे में: अनूप कुमार सिंह एक फ्रीलांस अनुवादक और हिंदी कॉपीराइटर हैं और वे गुरुग्राम में रहते हैं। उन्होंने कानपुर विश्वविद्यालय से हिंदी साहित्य में स्नातक की पढ़ाई पूरी की है। वह हेल्थ, लाइफस्टाइल और मार्केटिंग डोमेन की कंपनियों के लिए हिंदी में एसईओ कंटेंट बनाने में एक्सपर्ट हैं। वह सबस्टैक और ट्विटर पर भी हैं।

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